जहांगीरपुरी हिंसा: मुख्य आरोपी अंसार के खिलाफ PMLA के तहत जांच करेगी ईडी, मनी लॉन्ड्रिंग का केस हुआ दर्ज
नई दिल्ली। हनुमान जयंती के दिन यानि (9 अप्रैल शनिवार को) जहांगीरपुरी में हुई हिंसा मामले में अब प्रवर्तन निदेशालय की एंट्री हो गई है। दिल्ली पुलिस कमिश्नर की चिट्ठी मिलने के बाद ईडी ने जहांगीरपुरी मामले में पीएमएलए के तहत मामला दर्ज कर लिया गया है। दिल्ली पुलिस कमिश्नर राकेश अस्थाना ने ईडी डायरेक्टर को चिट्ठी लिखकर इस मामले में गिरफ्तार अंसार के खिलाफ पीएमएलए के तहत जांच करने के लिए कहा था। इससे पहले सुप्रीम कोर्ट ने जहांगीरपुरी इलाके में तोड़फोड़ पर रोक लगाई थी।
जहांगीरपुरी हिंसा की साजिश के तार कहां तक जुड़े हैं। दिल्ली पुलिस इसकी तहकीकात दिल्ली से लेकर वेस्ट बंगाल तक कर रही है। दो दर्जन से अधिक संदिग्धों की गिरफ्तारी भी हो चुकी है। मगर अब जांच ने एक नया मोड़ ले लिया है। सूत्रों का कहना है कि ईडी के अधिकारी ना सिर्फ अंसार, बल्कि अन्य लोगों की भी प्रिवेंशन आॅफ मनी लॉन्ड्रिंग एक्ट के तहत जांच करेंगे। यहीं नहीं अंसार के संबंध में दिल्ली पुलिस द्वारा सबमिट किए गए डाक्यूमेंट्स और हिंसा मामले में भूमिका सामने के बाद ईडी ने जहांगीरपुरी घटना में एफआईआर के आधार पर पीएमएलए का केस दर्ज किया है।
ये है पूरा मामला
बता दें कि जहांगीरपुरी इलाके में 9 अप्रैल को हनुमान जयंती शोभायात्रा के दौरान दो समुदायों के बीच संघर्ष हो गया था, जिसमें 8 पुलिसकर्मी और एक स्थानीय शख्स जख्मी हो गया था। संघर्ष के दौरान पथराव और आगजनी की घटनाएं हुई थीं और गाड़ियों को भी जला दिया गया था। इस मामले में पुलिस ने अंसार समेत कई लोगों को अरेस्ट किया है।
खातों और सभी संपत्तियों की जांच करेगी ईडी
ईडी से जांच कराने की जरूरत क्यों पड़ रही है। इस संबंध में टॉप अफसर का कहना है कि अंसार के कई बैंक खातों में पैसा जमा है। इसके पास कई संपत्तियों की भी जानकारी मिल रही हैं। जिन्हें अवैध गतिविधियों से जमा किया गया है। यही वजह है, दिल्ली पुलिस ने ईडी से अंसार के उन तमाम खातों की जांच और सभी संपत्तियों का पता लगाने के लिए कहा गया है।
कई बैंक खाते और कई संपत्तियां हैं असांर के पास
पुलिस लिस ने कहा कि शुरूआती जांच के दौरान यह सामने आया है कि अंसार के कई बैंक खातों में रुपये हैं और उसके पास कई संपत्ति भी है, जिन्हें कथित तौर पर जुए में जीती गई रकम से खरीदा गया है। ईडी से अंसार के मामले में मनी लॉन्ड्रिंग के पहलू की जांच करने और उसके बैंक खाते के विवरण तथा उसके पास मौजूद संपत्ति का विश्लेषण करने का अनुरोध किया गया है, ताकि यह पता लगाया जा सके कि यह धन कोई किसी उद्देश्य से दे रहा था या उसने यह धन जुआ जैसे अवैध साधन से हासिल किया, ताकि उसकी कड़ियां जोड़ी जा सकें। e cig
आरोपियों के खिलाफ दर्ज किया गया है एनएसए
अब तक की पुलिस जांच के मुताबिक, मोहम्मद अंसार कथित तौर पर जहांगीरपुरी हिंसा का मुख्य साजिशकर्ता है और उसका पुराना आपराधिक रिकॉर्ड है। अंसार इस समय रिमांड पर है। पुलिस उससे लगातार पूछताछ कर रही है। बता दें कि गृह मंत्री अमित शाह के निर्देश पर दिल्ली पुलिस ने अंसार और चार अन्य के खिलाफ हिंसा में कथित भूमिका के लिए राष्ट्रीय सुरक्षा अधिनियम लगाया।