जहांगीरपुरी हिंसा पर दिल्ली पुलिस की बड़ी कार्रवाई: एक ही परिवार के पांच लोगों को दबोचा, अत तक 24 पर शिकंजा
नई दिल्ली। दिल्ली के जहांगीरपुरी इलाके में हनुमान जयंती के मौके पर निकाली गई शोभायात्रा के दौरान सांप्रदायिक हिंसा भड़क गई थी। आरोप है कि शोभायात्रा के दौरान पत्थरबाजी होने से हिंसा भड़की थी। दिल्ली पुलिस की ओर कोर्ट में दी गई जानकारी के मुताबिक, साजिश के तहत शोभायात्रा पर पथराव हुआ। इस मामले में दिल्ली पुलिस अब तक दंगों में दो बड़े बदमाश अंसार और असलम के अलावा अब तक 24 गिरफ्तारियां कर चुकी है। इन सबके बीच पुलिस ने फिर बड़ी कार्रवाई की है।
जहांगीरपुरी में हुई हिंसा के सिलसिले में एक ही परिवार के पांच लोगों को गिरफ्तार किया है और एक नाबालिग को भी पकड़ा है। इस हिंसा में आठ पुलिस कर्मियों और एक नागरिक सहित नौ लोग घायल हो गए थे। गिरफ्तार किए गए लोगों में से पुलिस ने एक विशेष समुदाय के एक परिवार के सभी पुरुषों को गिरफ्तार किया है। आरोपियों की पहचान सुकेन सरकार, उनके भाई सुरेश सरकार, सुकेन के दो बेटों नीरज और सूरज और सुकेन के बहनोई सुजीत के रूप में हुई है। पुलिस ने सुकेन के नाबालिग बेटे को भी हिरासत में लिया है।
गिरफ्तारी के बाद सुकेन की पत्नी दुर्गा सरकार ने बताया कि मेरे पति, देवर, तीन बेटों और मेरे भाई को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। वो सभी निर्दोष हैं। वे जुलूस में रथ पर थे और उन पर पथराव किया गया था। मेरे पति पर एक ईंट फेंकी गई। उनके भाई के सिर पर गंभीर चोटें आईं, लेकिन इसके बावजूद उन्होंने हनुमान जी की मूर्ति को बचा लिया। दुर्गा सरकार ने इस मामले में एक बड़ी साजिश का आरोप लगाया। उसने कहा कि सिर्फ मेरे परिवार के सदस्यों को ही क्यों गिरफ्तार किया गया? और भी तो लोग थे। यह एक साजिश है, मैं चाहती हूं कि मेरे परिवार के सदस्यों को रिहा कर दिया जाए।
जहांगीरपुरी हिंसा पर बड़ा खुलासा
जहांगीरपुरी हिंसा पर एक बड़ा खुलासा हुआ है। जहांगीरपुरी में जिस कुशल चौक, सी-ब्लाक में शोभा यात्रा पर पथराव के बाद हिंसा हुई थी, उस कुशल चौक का 2020 में हुए दिल्ली दंगों का कनेक्शन है। कुशल चौक से करीब सात बसों में भरकर बांग्लादेशी महिलाएं, बच्चों व पुरुषों को शाहीन बाग प्रदर्शन में शामिल होने के लिए ले जाया गया था। दंगा करने के लिए लोग कुशल चौक से गए थे।
दिल्ली पुलिस की जांच में ये बात सामने आई है कि असलम को फायरिंग करने के लिए बदमाश गुल्ली ने भड़काया था। दिल्ली पुलिस की अपराध शाखा के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने कोर्ट में जो चार्जशीट दाखिल की है उसमें लिखा हुआ है कि सीएए व एनआरसी के दौरान सी-ब्लाक, कुशल चौक से छह से सात बसों में भरकर अवैध बांग्लादेशी महिलाएं, बच्चों और पुरुषों को शाहीनबाग प्रदर्शन में शामिल करने के लिए ले जाया गया था।