शिवराज की 15 साल की नाकामियों को गिना नाथ ने किया बड़ा वार, खंडवा की जनता से की यह खास अपील
भोपाल। मध्यप्रदेश में नगरीय निकाय चुनाव जीतने के लिए राज्य की दो प्रमुख पार्टियां भाजपा और कांग्रेस एक-दूसरे पर जमकर शब्दों के तीर चला रही हैं। भाजपा की ओर से जहां मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान स्वयं मोर्चा संभाले हुए हैं, तो वहीं कांग्रेस से मप्र के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ चुनावी सभाओं में भाजपा पर निशाना साध रहे हैं। इसी कड़ी में आज उन्होंने खंडवा की एक चुनावी सभा में भाजपा पर हमला बोला।
चुनावी सभा को संबोधित करते हुए नाथ ने जनता से कहा कि यह चुनाव देश का फैसला नहीं करेंगे, प्रदेश का फैसला नहीं करेंगे, बल्कि खंडवा का फैसला करेंगे। आप इन चुनाव में वोट डालेंगे तो उससे खंडवा का भविष्य तय होगा। आप कमलनाथ का साथ मत दीजिए, कांग्रेस का साथ मत दीजिए, लेकिन सच्चाई का साथ दीजिए। सच्चाई आपके सामने हैं कि भाजपा ने सिर्फ झूठ बोला है और विकास का कोई कार्य नहीं किया है।
कमलनाथ ने याद दिलाया कि भाजपा के कुशासन के 15 साल के बाद मध्य प्रदेश में कांग्रेस की सरकार बनी थी, 15 महीने में कांग्रेस पार्टी ने 27 लाख किसानों का कर्ज माफ किया, 100 रु. में 100 यूनिट बिजली दी, प्रदेश के विकास की कई योजनाएं लाए। जबकि अपने 15 साल के कार्यकाल में शिवराज ने प्रदेश को भ्रष्टाचार में नंबर वन, महिला अत्याचार में नंबर वन, आदिवासी अत्याचार में नंबर वन और बेरोजगारी में नंबर वन बना दिया था।
भ्रष्ट नीतियों के कारण मप्र में नहीं लग रहे उद्योग
शिवराज सरकार के भ्रष्टाचार के कारण कोई उद्योगपति मध्य प्रदेश में उद्योग लगाना नहीं चाहता। तमिलनाडु और केरल का व्यापारी पंजाब और हरियाणा में जाकर उद्योग लगाता है, क्या वह मध्यप्रदेश में उद्योग नहीं लगा सकता? शिवराज सरकार की भ्रष्ट नीतियों और लालफीताशाही के कारण मध्य प्रदेश में उद्योग नहीं आ रहे हैं और इससे प्रदेश में नौजवानों को रोजगार नहीं मिल पा रहा है।
खंडवा की जनता को रहना है सावधान
कमलनाथ ने कहा कि यह ऐसे लोगों को खंडवा भेजेंगे, जिससे समाज बंट जाए और भाजपा को फायदा हो। इस तरह की बातों से खंडवा की जनता को सावधान रहना है। कांग्रेस महापौर प्रत्याशी आशा मिश्रा और हम सब मिलकर खंडवा का विकास करेंगे। उन्होंने कहा कि शिवराज सिंह चौहान खंडवा को स्मार्ट सिटी बताते हैं, क्या आपको यहां स्मार्ट सिटी नजर आ रही है? विकास के लिए विजन की जरूरत होती है, लेकिन शिवराज जी के पास सिर्फ टेलीविजन है।