गुलाब बना चक्रवाती तूफान: आज दक्षिणी ओडिशा और उत्तरी आंध्र में देगा दस्तक, अलर्ट पर प्रशासन
नई दिल्ली। बंगाल की खाड़ी (Bay of Bengal) के ऊपर बना कम दबाव का क्षेत्र शनिवार को चक्रवाती तूफान गुलाब (cyclonic storm rose) में तब्दील हो गया। यह चक्रवाती तूफान आज को दक्षिणी ओडिशा (Southern Odisha) और उत्तरी आंध्र प्रदेश(North Andhra Pradesh) के तटीय क्षेत्रों में दस्तक दे सकता है। इस बीच तूफान की तीव्रता बढ़ गई है और येलो अलर्ट (yellow alert) से अपडेट करते हुए आरेंज अलर्ट (orange alert) कर दिया गया है। IMD कोलकाता के निदेशक जीके दास ने कहा कि ‘दक्षिण बंगाल में 28-29 सितंबर को विशेष रूप से भारी वर्षा और हवा के मामले में मौसम की गतिविधि में वृद्धि होने की संभावना है।
अनुमान जताया जा रहा है कि तूफान गुलाब दक्षिण ओडिशा और उत्तर आंध्र प्रदेश के तटीय इलाके कलिंगापटनम के पास रविवार शाम को लैंडफॉल करेगा. इस दौरान हवाएं 70-80 किमी प्रति घंटे की रफ्तार (Wind speed 70-80 kmph) से चलने के आसार हैं। यह चक्रवाती तूफान 28 सितंबर को कोलकाता, उत्तर 24 परगना, पूर्व और पश्चिम मेदिनीपुर, झारग्राम, हावड़ा, हुगली में भारी वर्षा की संभावना है। आईएमडी के तूफान चेतावनी प्रभाग ने बताया कि चक्रवाती तूफान के पश्चिम की ओर बढ़ने और रविवार शाम को उत्तरी आंध्र प्रदेश के कलिंगपत्तन और दक्षिणी ओडिशा के गोपालपुर तट के बीच से गुजरने की संभावना है।
इस बीच उत्तर-पश्चिम और उससे सटे पश्चिम-मध्य बंगाल की खाड़ी पर डीप डिप्रेशन लगभग पश्चिम की ओर बढ़ गया जिससे चक्रवाती तूफान गुलाब तेज हो गया. शनिवार को शाम साढ़े 5 बजे यह चक्रवात उत्तर-पश्चिम और पश्चिम-मध्य बंगाल की खाड़ी से गोपालपुर के लगभग 370 किमी पूर्व-दक्षिण पूर्व में केंद्रित था। वहीं उत्तरी आंध्र प्रदेश और उससे सटे दक्षिण ओडिशा के लिए तूफान की चेतावनी जारी की गई है। आंध्र प्रदेश और ओडिशा के तटवर्ती क्षेत्रों के लिए आॅरेंज अलर्ट जारी किया गया है।
95 किमी प्रति घंटा की रफ्तार से चलेंगी हवाएं
भारतीय मौसम विभाग के वरिष्ठ वैज्ञानिक उमाशंकर दास (Senior Scientist Umashankar Das) ने बताया कि दास ने कहा कि चक्रवर्ती तूफान के तहत आंध्रप्रदेश और ओड़िशा के लिए चेतावनी जारी की गई है।अनुमान है कि चक्रवात गुलाब दक्षिण ओड़िशा और उत्तर आंध्रप्रदेश के तटीय इलाके कलिंगापटनम के पास 26 सितंबर की शाम को लैंडफॉल करेगा। आईएमडी के महानिदेशक डॉ. मृत्युंजय मोहपात्र ने बताया कि चक्रवाती तूफान के प्रभाव से 95 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार तक हवा चलने का अनुमान है।