शहडोल में 5 लाख युवाओं को ऋण स्वीकृति के चेक देकर बोले CM, गरीब के साथ गड़बड़ करने वालों को नहीं जीने दूंगा चैन से
भोपाल। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान (Chief Minister Shivraj Singh Chouhan) शुक्रवार को राज्य स्तरीय रोजगार दिवस (state level employment day) कार्यक्रम में शामिल होने शहडोल पहुंचे। इस दौरान उन्होंने प्रदेश के करीब 5 लाख युवाओं (5 lakh youth) को विभिन्न स्वरोजगार योजनाओं के अंतर्गत ऋण स्वीकृति के चेक (loan approval checks) वितरित किए। इसके साथ ही उन्होंने संभाग में 617 करोड़ के विकास कार्यों का शिलान्यास और लोकार्पण भी किया। इस दौरान शिवराज ने कहा कि हमारी सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता लोगों के सर्वांगीण विकास की है। बेरोजगारों को रोजगार के अवसर प्रदान कराना और उनके जीवन को खुशहाल बनाना राज्य सरकार का लक्ष्य है।
अपने संबोधन के दौरान सीएम ने पीडीएस दुकानों (pds shops) में राशन वितरण में धांधली (Ration distribution rigged) करने वालों को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि मैंने तय किया है कि राशन में अगर किसी ने गड़बड़ की तो छोड़ना नहीं है, हथकड़ी लगाकर जेल भिजवाकर चक्की पिसवाना है, ऐसे लोगों को हम बर्दाश्त नहीं करेंगे। गरीब का अन्न किसी को खाने नहीं दूंगा, गड़बड़ करने वाले को चैन से जीने नहीं दूंगा।
सीएम ने कहा कि हमने निर्णय लिया है कि माह में 1 दिन रोजगार दिवस का आयोजन कर बेरोजगारों को रोजगार के अवसर उपलब्ध कराये जायेंगे। आगामी 29 मार्च को फिर रोजगार दिवस का आयोजन कर लाखों लोगों को रोजगार से जोड़ा जायेगा। उन्होंने आगे कहा कि अब स्कूलों के लिए गणवेश बनाने का काम स्व-सहायता समूह की सदस्य करेंगी। समूह की महिलाएं राशन वितरण दुकानों का संचालन तथा ‘रेडी-टू-ईट’ आहार निर्माण का कार्य भी करेंगी।
समूह की महिलाओं को धान खरीदी का काम भी सौंपा जायेगा। हमारा लक्ष्य है कि प्रदेश की कामकाजी महिलाओं को कम से कम 10 हजार रुपए प्रतिमाह आमदनी हो। समूह की महिलाएं साबुन, हल्दी पाउडर, तेल, सैनेटाइजर आदि का निर्माण कर रही हैं। उन्हें छोटे-छोटे उद्योगों से जोड़कर उनकी गरीबी दूर कर उन्हें आत्म-निर्भर बनाने का काम किया जायेगा।
महिला स्व-सहायता समूहों को बनाया जायेगा सुदृढ़
सीएम ने कहा कि प्रदेश में स्व-सहायता समूहों से जुड़ी महिला सदस्यों को आत्म-निर्भर बनाने, छोटे-छोटे व्यवसायों से आय बढ़ाने के लिये प्रत्येक सदस्यों को 10-10 हजार रुपए की ऋण राशि उपलब्ध कराई जायेगी, जिससे वे स्थानीय स्तर पर लघु उद्योग, कुटीर उद्योग एवं गृह उद्योग का संचालन कर अपनी आर्थिक स्थिति को सुदृढ़ करेंगी।
औषधीय खेती के अवसरों का सृजन
प्रदेश में औषधीय खेती के लिये अनेक क्षेत्रों में जड़ी-बूटियों का उत्पादन कर बेरोजगारों को रोजगार के अवसर प्रदान कराये जायेंगे। इन उत्पादों को विक्रय कर बेरोजगार आमदनी हासिल करेंगे। प्रदेश के विभिन्न क्षेत्रों में प्रचुर-मात्रा में औषधीय जड़ी-बूटियों का उत्पादन करने के लिए वातावरण एवं भूमि की भी अच्छी उपलब्धता है।