खरगोन हिंसा पर एक्शन में पुलिस: अब एसपी पर गोली चलाने को भी दबोचा, कर्फ्यू में भी मिली बड़ी राहत
भोपाल/ खरगोन। खरगोन शहर में रामनवमी के दिन हुई हिंसा को लेकर मप्र पुलिस लगातार एक्शन में हैं। यही नहीं, अब तक इस में मामले सैकड़ों उपद्रवियों को गिरफ्तार भी कर चुकी हैं। इस बीच अब हिंसा के दौरान पुलिस अधीक्षक (एसपी) सिद्धार्थ चौधरी पर गोली चलाने के एक आरोपी को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। वहीं खरगोन के नागरिकों को लिए एक और राहत भरी खबर है कि प्रशासन ने शनिवार को खरगोन में सुबह आठ बजे से शाम पांच बजे तक लगातार नौ घंटे के लिए कर्फ्यू में ढील दी।
निमाड़ अंचल के पुलिस महानिरीक्षक तिलक सिंह ने कहा, 10 अप्रैल की हिंसा के दौरान खरगोन के संजय नगर इलाके में एसपी सिद्धार्थ चौधरी पर गोली चलाने के मामले में मोहसिन उर्फ वसीम के रूप में पहचाने जाने वाले आरोपी को गिरफ्तार किया गया है। उन्होंने बताया कि पुलिस की एक टीम ने शुक्रवार को कसरावद थाना क्षेत्र से मोहसिन को गिरफ्तार किया।
बता दें कि मोहसिन के खिलाफ पहले से ही चार आपराधिक मामले दर्ज हैं, जिसमें अवैध हथियारों की बिक्री और हमले से जुड़े मामले शामिल हैं। उन्होंने कहा कि पुलिस आरोपी से उसके साथियों के बारे में जानकारी हासिल करने के लिए पूछताछ करेगी। खरगोन के एसपी सिद्धार्थ चौधरी फिलहाल अवकाश पर हैं, क्योंकि पैर में गोली लगने के बाद उनका इलाज चल रहा है।
दरअसल 10 अप्रैल को रामनवमी पर खरगोन शहर में सांप्रदायिक दंगे हुए थे इस दौरान पथराव और आगजनी कर दुकानों और घरों को क्षतिग्रस्त कर दिया गया था और वाहनों को आग लगा दी गई थी। अधिकारियों ने बताया कि खरगोन शहर में कर्फ्यू में शनिवार सुबह आठ बजे से शाम पांच बजे तक लगातार नौ घंटे की ढील दी गई। हिंसा के बाद शहर में कर्फ्यू लगा दिया गया था। लेकिन स्थानीय प्रशासन 14 अप्रैल से दो घंटे के अंतराल के लिए कर्फ्यू में ढील दे रहा है। बुधवार को इसमें छह घंटे की ढील दी गई।
आदेश के अनुसार स्थानीय कृषि बाजार, पेट्रोल पंप और सार्वजनिक वितरण प्रणाली (पीडीएस) की दुकानों से मिट्टी के तेल की बिक्री के लिए कर्फ्यू में छूट लागू नहीं होगी। कर्फ्यू में ढील की अवधि के दौरान दूध, सब्जी, दवा आदि दुकानों को खुले रहने की अनुमति दी गई है, लेकिन धार्मिक स्थलों को बंद रखने को कहा गया है।