इंदौर में खरगोन हिंसा पर नाथ ने सरकार को घेरा: बोले- हमारी संस्कृति जोड़ने की, पर भाजपा समाज को बांटने का कर रही प्रयास
इंदौर। मप्र के पूर्व मुख्यमंत्री व प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ रविवार देर शाम को इंदौर पहुंचे। निजी यात्रा पर आए कमलनाथ अलग-अलग कार्यक्रमों में शामिल हुए। जानकारी के मुताबिक वह शहर कांग्रेस अध्यक्ष विनय बाकलीवाल की तबीयत खराब होने पर उनका हाल जानने भी पहुंचे। उन्होंने उनके परिवारजनों के बीच बैठकर पारिवारिक माहौल में बातचीत भी की। बाकलीवाल और उनके परिवार से मिलने के बाद नाथ मीडिया से मुखातिब हुए खरगोन हिंसा को लेकर भाजपा सरकार को भी घेरा।
कमलनाथ ने मीडिया से चर्चा करते हुए खरगोन दंगो पर कहा कि दंगों की जो घटनाएं हुई हैं वे हमारे देश की संस्कृति के बिलकुल खिलाफ हैं। हमारी संस्कृति जोड़ने की है और भारतीय जनता पार्टी समाज को बांटने का प्रयास कर रही है। उन्होंने कहा कि, हमने खरगोन आईजी से बात की है और उन्होंने आश्वासन दिया है कि खरगोन में पूरी शांति है और पूरी शांति बनी रहेगी। इस दौरान प्रमुख रूप से विधायक सज्जन सिंह वर्मा, विशाल पटेल, जिलाध्यक्ष सदाशिव यादव, प्रदेश उपाध्यक्ष अर्चना जायसवाल, राजेश चौकसे, नरेंद्र सलूजा, शेख अलीम, अभय वर्मा और मोती सिंह पटेल आदि उपस्थित रहे।
टंटू शर्मा के घर पहुंच व्यक्त की शोक संवेदना
बाकलीवाल के घर से निकलकर कमलनाथ कांग्रेस नेता टंटू शर्मा के घर पहुंचे और पिताजी के निधन पर शोक व्यक्त किया। कमलनाथ ने कहा कि अभी कुछ महीनों पहले ही तो मैं तुम्हारे पिताजी को शादी की 50वीं सालगिरह की बधाई देने आया था और आज इस तरह आना पड़ा। उन्होंने टंटू के सिर पर हाथ रखते हुए और अपना पर्सनल मोबाइल नंबर देते हुए कहा कि जीवन में कभी भी पिताजी की कमी महसूस हो और कुछ जरूरत हो तो किसी भी समय मुझे फोन लगा लेना। बाद में वे कांग्रेस नेता पंकज संघवी के पुत्र के विवाह समारोह में शामिल हुए।
अनुशासन की कमी देखी गई
बता दें कि कमलनाथ के प्रवास के दौरान कांग्रेस कार्यकर्ताओ में फिर एक बार फिर अनुशासन की कमी देखी गई। पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ की सुरक्षा में तैनात जवानों के साथ कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने झुमाझटकी और अभद्रता की। कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने कॉलर पकड़कर जेड सुरक्षा में तैनात जवान के साथ मारपीट की कोशिश भी की। यह पहला मामला नहीं है जब अनुशासन की कमी देखी गई हो। कुछ दिन पूर्व कलेक्ट्रेट कार्यालय पर महंगाई के विरोध में प्रदर्शन के दौरान भी कांग्रेस कार्यकर्ता आपस में ही मारपीट करते दिखाई दिए थे।