मध्यप्रदेश

चुनौती के रूप में लें कोरोना के बढ़ते मामलों को, सभी व्यवस्थाओं को रखा जाए चाक-चौबंद: समीक्षा बैठक में बोले शिवराज

भोपाल। मध्यप्रदेश (Madhya Pradesh) में कोरोना के केसेस (cases of corona) रोजाना बढ़ रहे है। यद्वपि अधिकांश को हॉस्पिटल में भर्ती नहीं होना पड़ रहा है, वे घर पर होम आइसोलेशन (home isolation) में ही ठीक हो रहे हैं। फिर भी बढ़ रहे कोरोना प्रकरणों को चुनौती के रूप में ले। इसके साथ ही हॉस्पिटल (hospital) में आक्सीजन आपूर्ति (oxygen supply), होम आइसोलेशन, कोविड केयर सेन्टर (covid care center) आदि सभी व्यवस्थाओं को चाक-चौबन्द रखा जाए। यह बात मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान (Chief Minister Shivraj Singh Chouhan) ने गुरुवार को कोरोना नियंत्रण एवं व्यवस्थाओं की समीक्षा के दौरान कही।

समीक्षा बैठक के दौरान स्वास्थ्य मंत्री मंत्री डॉ. प्रभुराम चौधरी (Health Minister Dr. Prabhuram Choudhary), चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास कैलाश सारंग (Medical Education Minister Vishwas Kailash Sarang), मुख्य सचिव इकबाल सिंह बैंस (Chief Secretary Iqbal Singh Bains) सहित अधिकारी उपस्थित थे। CM ने कहा कि अधिकांश कोरोना संक्रमितों को आक्सीजन और एडवान्स ट्रीटमेंट (advanced treatment) की जरूरत नहीं है। उनके लिए कोविड केयर सेन्टर पर व्यवस्थाएं सुनिश्चित की जाए। इससे अस्पतालों में अन्य रोगों के मरीजों का उपचार सतत जारी रहेगा।

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने पिछले हफ्ते विश्व के विभिन्न देशो, राज्यों और प्रदेश के कोरोना ट्रेन्ड (corona trend) की ओर ध्यान दिलाते हुए कहा कि मध्यप्रदेश में कोरोना के केसेस अन्य राज्यों की तुलना में कम है। कोरोना संक्रमित घर पर होम आइसोलेशन में स्वस्थ हो रहे है। कुछ ही संक्रमितों को हॉस्पिटल में भर्ती करने की जरूरत पड़ रही है। उन्होंने ने उज्जैन जिले में कोरोना की स्थिति और प्रशासन द्वारा की गई व्यवस्थाओं की जानकारी ली।

उज्जैन कलेक्टर ने बताया कि जिले में वर्तमान में 92 व्यक्ति कोरोना संक्रमित है और इनमें केवल 4 का उपचार हॉस्पिटल में किया जा रहा है। अपर मुख्य सचिव मोहम्मद सुलेमान ने बताया कि वर्तमान में 16 हजार 527 आइसोलेशन बेड, 27 हजार 645 आक्सीजन सपोर्ट बेडस और 11 हजार 917 ICU HDU बेड है। आक्सीजन प्लांट की नियमित मॉनीटरिंग की जा रही है। सभी आक्सीजन प्लांट फंक्शनल है। नागरिकों से कोरोना गाईड लाइन्स का पालन करने का अनुरोध किया जा रहा है।

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