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देश में कोरोना से हुईं मौतों पर राहुल ने केन्द्र पर किया बड़ा वार, मोदी को लेकर भी कही यह बात

नई दिल्ली। विश्व स्वास्थ्य संगठन की रिपोर्ट सामने आने के बाद कांग्रेस के वरिष्ठ नेता राहुल गांधी ने कोरोना संक्रमण से भारत में हुई मौतों के आंकड़े को लेकर मोदी सरकार पर निशाना साधा है। राहुल ने ट्विटर पर एक रिपोर्ट साझा करते हुए केन्द्र सरकार को झूठा बताया और कहा कि सांइस कभी भी झूठ नहीं बोल सकती। जबकि हमारे देश के प्रधानंत्री नरेन्द्र मोदी हर समय झूठ बोलते हैं।

डब्ल्यूएचओ रिपोर्ट का हवाला देते हुए राहुल ने कहा कि केन्द्र सरकार दावा कर रही है कि देश में कोरोना से सिर्फ 4.8 लाख लोगों की मौत हुई है, जबकि डब्ल्यूएचओ के अनुसार भारत में 47 लाख लोगों ने कोरोना के कारण अपनी जान गंवाई है। कांग्रेस नेता ने आगे कहा कि जिन्होंने अपनों को खोया है, उनका सम्मान करें। सभी को 4 लाख रुपए का मुआवजा देकर उनकी मदद करें। बता दें, राहुल गांधी ने डब्ल्यूएचओ की एक रिपोर्ट साझा की है, जिसमें कोरोना से हुई मौतों के आंकड़े दिए गए हैं।

क्या है मामला?
बता दें कि डब्ल्यूएचओ ने हाल ही में कोरोना की वजह से हुई मौतों को लेकर रिपोर्ट जारी की है. उस रिपोर्ट के मुताबिक भारत में कोरोना की वजह से 47 लाख से ज्यादा लोगों ने जान गंवाई है। वहीं भारत सरकार की ओर से जो डेटा जारी किया गया है, उसके मुताबिक, जनवरी 2020 से दिसंबर 2021 तक देश में 4.8 लाख लोगों की मौत हुई।





भारत ने WHO की रिपोर्ट पर सवाल उठाए
भारत सरकार ने डब्ल्यूएचओ की रिपोर्ट पर आपत्ति दर्ज करवाई है। भारत सरकार ने कहा है कि डब्ल्यूएचओ ने जिस तकनीक या मॉडल के जरिए विश्व स्वास्थ्य संगठन ने ये आंकड़े इकट्ठा किए हैं, वो ठीक नहीं है. सरकार की ओर से कहा गया है कि भारत की आपत्तियों के बावजूद भी डब्ल्यूएचओ ने पुरानी तकनील और मॉडल के जरिए मौत के आंकड़े जारी कर दिए हैं, भारत की चिंताओं पर सही तरीके से गौर नहीं किया गया। वहीं नीति आयोग के सदस्य वीके पॉल ने भी इस रिपोर्ट पर सवाल उठाए हैं। वीके पॉल ने कहा, जब पहले से ही भारत के पास कोरोना से हुईं मौतों का आंकड़ा मौजूद है, ऐसी स्थिति में उस मॉडल को तवज्जो नहीं दी जा सकती जहां पर सिर्फ अनुमान के मुताबिक आंकड़े जारी किए गए हों।

एलआईसी के आईपीओ को लेकर भी राहुल घेरा था सरकार को
इससे पहले राहुल गांधी ने मोदी सरकार पर भारतीय जीवन बीमा निगम का मूल्यांकन कम करके आंकने का आरोप लगाया था। उन्होंने पूछा कि भारत की सबसे मूल्यवान संपदा को ‘कौड़ियों के दाम’ पर क्यों बेचा जा रहा है। सरकारी स्वामित्व वाले एलआईसी के आईपीओ बुधवार को खुदरा और संस्थागत निवेशकों के अंशदान के लिए खोले गए। आईपीओ नौ मई (सोमवार) को बंद होगा। राहुल ने एक ट्वीट में कहा, ”13.94 लाख कर्मचारी, 30 करोड़ पॉलिसीधारक, 39 लाख करोड़ की संपत्ति, शेयरधारकों को मिलने वाले रिटर्न के लिहाज से दुनिया की नंबर एक कंपनी. इसके बावजूद मोदी सरकार ने एलआईसी की कीमत कम तय की।”

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