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संसद में बोले मंडाविया: कोरोना की दूसरी लहर में आक्सीजन की कमी से पंजाब में हुईं सिर्फ 4 मौतें

नई दिल्ली। संसद (Parliament) के शीतकालीन सत्र का आज पांचा दिन है। इस बीच कोरोना की दूसरी लहर (second wave of corona) के दौरान आक्सीजन की किल्लत (oxygen shortage) और कोरोना के अन्य मुद्दो पर स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया (Health Minister Mansukh Mandaviya) ने जवाब दिया है। लोकसभा में बोलते हुए मंडाविया ने कहा कि आक्सीजन की कमी से पंजाब में सिर्फ चार लोगों की मौत (Only four people died in Punjab) दर्ज की गई है। वहीं अन्य राज्य सरकारों से इस बारे में बारे में जवाब मांगा गया था लेकिन 19 राज्यों ने अब तक अपना डेटा भेजा है जहां पंजाब में सिर्फ चार लोगों की मौत हुई है, जबकि अन्य 19 राज्यों ने भेजे अपने डेटा में आक्सीजन की कमी से मौतों का कोई उल्लेख नहीं किया है।

मनसुख मंडाविया ने आगे कहा कि राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली की सड़कों पर आक्सीजन टैंकर घूम रहे थे लेकिन उसे खाली करने की जगह ही नहीं थी। स्वास्थ्य मंत्री ने आगे कहा कि प्रधानमंत्री मोदी (PM Modi) ने मुख्यमंत्रियों के साथ बैठक में बार बार कहा कि इसमें छिपाने की कोई बात नहीं है, कोरोना (Corona) से जो मौत हुई है उसका डाटा दे। गौरतलब है कि इससे पहले सरकार की तरफ से यह बताया गया था कि आक्सीजन की कमी से हुई मौत का उनके पास कोई आंकड़ा नहीं है। इसके बाद विपक्षी दलों ने सरकार की तरफ से दिए गए इस बयान पर निशाना साधा था।





राज्यसभा और लोकसभा में आज भी जारी है हंगामा
इस बीच शुक्रवार को भी राज्यसभा और लोकसभा में हंगामा जारी रहा। लोकसभा में प्रश्न काल के दौरान प्रदर्शन कर रहे विपक्षी सांसदों (Opposition MPs) को लोकसभा स्पीकर ने फटकार भी लगाई। महिला सुरक्षा के मुद्दे पर चर्चा के दौरान विपक्षी सांसद पोस्टर लेकर नारेबाजी कर रहे थे। इस पर ऐतराज जताते हुए लोकसभा स्पीकर ओम बिरला (Lok Sabha Speaker Om Birla) ने कहा कि यह शर्मनाक है कि इतने अहम मुद्दे पर चर्चा के दौरान भी आप लोग हंगामा कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि आप लोग संसद के सम्मानित सदस्य हैं और आपको गंभीरता के साथ बर्ताव करना चाहिए।

बीजेपी सांसदों ने किया प्रदर्शन
संसद के मानसून सत्र के दौरान राज्यसभा में अशोभनीय आचरण के लिए निलंबित किए गए 12 सांसदों ने अपने खिलाफ कार्रवाई के विरोध में शुक्रवार को भी संसद परिसर में अपना धरना जारी रखा। दूसरी तरफ, भाजपा के कई राज्यसभा सदस्यों ने इन निलंबित सांसदों के आचरण के खिलाफ प्रदर्शन किया। भाजपा के राज्यसभा सदस्यों ने अपने हाथों में तख्तियां ले रखी थीं जिन पर पिछले सत्र के दौरान उच्च सदन में हुए हंगामे की तस्वीर थी और इनमें से कुछ पर लिखा हुआ था, लोकतंत्र? या गुंडागिरी?

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