कोरोना: केरल ने बढ़ाई केन्द्र की टेंशन, हालातों का जायजा ले पहुंचे मंडाविया
दिल्ली। भारत (India) में कोरोना (Corona) के मामलों को लेकर जहां सभी राज्यों में हालात सुधर तो वहीं दक्षिण राज्य केरल (south state kerala) की स्थिति अब भी भयावह बनी हुई है। देश में मिल रहे कुल मरीजों संख्या में आधे से ज्यादा मरीज केवल केरल से ही मिलते हैं। केरल (Kerala) की संक्रमण स्थिति को देख केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया (Union Health Minister Mansukh Mandaviya) की टेंशन बढ़ गई है। राज्य के हालातों की समीक्षा करने मंडाविया आज केरल पहुंचे हैं। लेकिन, राज्य की स्वास्थ्य मंत्री वीना जॉर्ज (Veena George) का कहना है कि राज्य में कोरोना के हालात इतने भी खराब नहीं हैं। हम उचित कदम उठा रहे हैं।
रविवार को हुईं 102 मौतें, 18,582 मामले आए सामनेअगर राज्य में आंकड़ों के आधार पर बात करें तो केरल में अब तक 3.67 मिलियन लोग संक्रमण की चपेट में आ चुके हैं, जबकि 18,601 की मौत भी हो चुकी है। रविवार को राज्य में सबसे ज्यादा 18,582 मामले सामने आए, इसमें से 102 मौतों की पुष्टि हुई। वहीं करीब 21 हजार मरीजों को अस्पताल से छुट्टी दी गई। इसके बाद राज्य में कोरोना से ठीक होने वाले मरीजों की संख्या 34,92,367 पहुंच गई। जबकि, राज्य में अभी भी 1,78,630 सक्रिय कोरोना मरीज हैं। स्वास्थ्य विभाग के अनुसार रविवार को 1,22,970 लोगों की कोरोना जांच की गई।
केरल की स्वास्थ्य मंत्री वीना जॉर्ज का कहना है कि हमने ज्यादा से ज्यादा लोगों का टीकाकरण (vaccination) करने के लिए केंद्र से वैक्सीन मांगी है। उनका कहना है कि राज्य में जिस तरह से कोरोना मरीजों की संख्या बढ़ रही है। उसके मुकाबले अस्पतालों की भर्ती होने वालों की संख्या काफी कम है। रविवार को केरल के मलप्पुरम, तृश्शूर, कोझीकोड, एणार्कुलम में सबसे ज्यादा मरीज सामने आए। यहां दो हजार से ज्यादा कोरोना मरीजों की पुष्टि हुई। केरल के सभी राज्यों में 4,99,000 मरीजों का इलाज चल रहा है। इसमें 27,636 मरीज अस्पतालों में भर्ती हैं।