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“गोल्डन बॉय” पर कॉमनवेल्थ गेम्स की रिस्पांसिबिलिटी, एथलेटिक्स टीम को लीड करेंगे नीरज चोपड़ा

टोक्यो ओलंपिक में गोल्ड जीतकर इतिहास रचने वाले गोल्डन बॉय नीरज चोपड़ा #neerajchopra को भारतीय एथलेटिक्स महासंघ (AFI) ने बड़ी जिम्मेदारी दी है। AFI ने कॉमनवेल्थ गेम्स #commonwealthका ऐलान कर दिया है, जिसके लिए 37 सदस्यीय एथलेटिक्स टीम बनाई है। इस टीम को ओलंपिक गोल्ड मेडलिस्ट नीरज चोपड़ा लीड करेंगे। 37 सदस्यीय टीम में 19 पुरुष खिलाड़ी और 18 महिला खिलाड़ी हैं, जिसमें स्प्रिंटर हिमा दास और दुती चंद भी शामिल हैं। 2022 राष्ट्रमंडल खेलों का आयोजन बर्मिंघम इंग्लैंड में 28 जुलाई से 8 अगस्त 2022 तक होगा।

इन खिलाड़ियों को मिली टीम में जगह

पुरुष खिलाड़ियों में अविनाश साब्ले (3000 मीटर स्टीपलचेज), नितेंदर रावत (मैराथन), एम श्रीशंकर और मोहम्मद अनस याहिया (लंबी कूद), अब्दुल्ला अबुबकर, प्रवीण चित्रावेल और एल्दोसे पॉल (ट्रिपल जंप), तेजिंदरपाल सिंह तूर (शॉट पुट), नीरज चोपड़ा, डीपी मनु और रोहित यादव (जैवलिन थ्रो), संदीप कुमार और अमित खत्री (पैदल चाल), अमोज जैकब, नोह निर्मल टॉम, राजीव अरोकिया, मोहम्मद अजमल, नागनाथन पांडी और राजेश रमेश (4X 400 मीटर रिले) शामिल हैं। वहीं, महिला खिलाड़ियों में एस धनलक्ष्मी (100 मीटर और 4X 100 मीटर रिले), ज्योति याराजी (100 मीटर बाधा दौड़), ऐश्वर्या बी (लंबी कूद और ट्रिपल जंप) और ए. सोजन (लंबी कूद), मनप्रीत कौर (शॉट पुट), नवजीत कौर ढिल्लों और सीमा अंतिल पूनिया (डिस्कस थ्रो), अन्नु रानी और शिल्पा रानी (जैवलिन थ्रो), मंजू बाला सिंह और सरिता रोमित सिंह (हैमर थ्रो), भावना जाट और प्रियंका गोस्वामी (पैदल चाल), हिमा दास, दुती चंद, श्रावणी नंदा, एमवी जिलाना और एनएस सिमी (4X 100 मीटर रिले) शामिल हैं।

कॉमनवेल्थ गेम्स के इतिहास की झलक

राष्ट्रमंडल खेलों का आयोजन पहली बार साल 1930 में हेमिल्‍टन शहर, ओंटेरियो( कनाडा) में आयोजित किया गया था। तब इस खेल आयोजन का नाम ब्रिटिश एम्पायर गेम्स था। इसके खेल आयोजन का मूल विचार एक भारतीय का था, जिनका नाम एशली कूपर था। उन्होंने इस खेल आयोजन को आपसी शांति और सौहार्द्र के लिए सही मानते हुए इसका प्रस्ताव तात्कालिक राजनेताओं को दिया था। साल 1928 में कनाडा के प्रमुख एथलीट बॉबी रॉबिंसन को प्रथम राष्‍ट्र मंडल खेलों के आयोजन का भार सौंपा गया। 1930 में पहली बार इस खेल आयोजन का शुभारंभ हुआ जिसमें मात्र 11 देशों के 400 खिलाड़ियों ने हिस्सा लिया था। इसके नाम में भी कई बार बदलाव हुए जैसे 1954 में इसेब्रिटिश एम्पायर और कॉमन वेल्थगेम्‍स के नाम से पुकारा गया तो 1970 में ब्रिटिश कॉमन वेल्‍थ गेम्स से।

2018 में दिखाया था जलवा

साल 2018 में कॉमलवेल्थ गेम्स में भारत के ट्रैंक एवं फील्ड खिलाड़ियों ने जलवा दिखाया था। नीरज चोपड़ा ने गोल्ड, सीमा पूनिया ने रजत और नवजीत कौर ढिल्लों ने कांस्य पदक जीता था। हाल में आठवीं बार अपना 3000 मीटर स्टीपलचेज राष्ट्रीय रिकॉर्ड तोड़ने वाले अविनाश साब्ले और पिछले महीने दो बार 100 मीटर का अपना ही राष्ट्रीय रिकॉर्ड तोड़ने वाली ज्योति याराजी को भी टीम में जगह मिली है।

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