कूनो से आई बड़ी खुशखबरी, पर नहीं हुई आधिकारिक पुष्टि: पढ़ें क्या है खुशखबरी
श्योपुर। देश में 70 साल बाद एक बार फिर चीतों की वापसी हो गई है। इसकी शुरुआत मध्यप्रदेश से हुई है। 17 सितंबर को नामीबिया से आए 8 चीतों को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने अपने जन्म दिन पर श्योपुर के कूनो नेशनल पार्क में छोड़ा था। लेकन 20 दिन के अंदर बड़ी खुशखबरी सामने आ गई है। खुशखबरी यह है कि नामीबिया से लाए चीतों में से एक फीमेल चीता आशा गर्भवती हो गई है। हालांकि इस बात अभी आधिकारिक घोषणा नहीं की गई है। बता दें की देश में 1952 में चीतों को विलुप्त घोषित कर दिया गया था।
जानकारी के मुताबिक, नामीबिया से लाए गए 8 चीतों में तीन मेल और 5 फीमेल चीते हैं। इनकी उम्र 2 से 5 साल के बीच बताई जा रही है। इन्ही 5 फीमेल चीतों में से एक आशा नाम की फीमेल चीता गर्भवती हुई है। इस फीमेल चीते का नामकरण भी स्वयं प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने किया था। यह सभी चीते एक समझौते के तहत नामीबिया से भारत लाए गए हैं। मध्यप्रदेश सरकार चीतों के बारे में जागरुकता फैलाने के लिए 450 से अधिक चीता मित्र नियुक्त किए हैं। चीता मित्र चीते के रहन-सहन और तौर-तरीकों के बारे में जागरूक करेंगे।
पीएम मोदी ने चीतों को बाड़े से किया था आजाद
गौरतलब हो कि जिस दिन चीतों को कुनो नेशनल पार्क में छोड़ा जा रहा था, उस वक्त प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी मौजूद थे। पीएम मोदी ने अपने 72 वें जन्मदिन पर चीतों को खुद बाड़े से आजाद किया। यह चीते एक विशेष विमान से पहले मध्य प्रदेश के ग्वलियर पहुंचे थे। इसके बाद इन्हें कुनो नेशनल पार्क ले जाया गया। भारत में 18 राज्यों के करीब 70 हजार वर्ग किलोमीटर क्षेत्र से अधिक में 52 टाइगर रिजर्व हैं। भारत में बाघ बहुतायक मात्रा में पाए जाते हैं।