ताज़ा ख़बर

टिकैत का ट्वीट: नहीं खत्म होगा किसान आंदोलन, शासन-प्रशासन को दी यह बड़ी चेतावनी

नई दिल्ली। सुप्रीम कोर्ट (Supreme court) के आदेश के बाद पुलिस ने टिकरी और गाजीपुर बॉर्डर (Tikri and Ghazipur Border) से किसानों के धरना स्थल (farmers’ protest site) से बैरिकेड्स (barricades) हटा दिए हैं। इस बीच भारतीय किसान यूनियन (BKU) के नेता राकेश टिकैत (Rakesh Tikait) ने बड़ा बयान दिया है। उन्होंने ट्वीट (Tweet) कर कहा है कि केन्द्र सरकार के बनाए तीनो कृषि कानूनों (three agricultural laws) के खिलाफ जारी किसानों का आंदोलन (farmers’ movement) खत्म नहीं होगा। उन्होंने कहा है कि अगर किसानों को जबरन हटाने की कोशिश की गई तो देश भर के सरकारी आफिसों को गल्ला मंडी (Galla Mandi) बना देंगे और पुलिस थानों और डीएम कार्यालयों (DM Offices) में टेंट लगाएंगे।

राकेश टिकैत ने आगे कहा कि हमें जानकारी मिली है कि प्रशासन जेसीबी मशीन (jcb machine) लगाकर जबर्दस्ती किसानों के टेंट को उखाड़ने की कोशिश कर रहा है। अगर ऐसा किया गया तो किसान अपने टेंट को पुलिस थानों और डीएम आफिसों में लगाएंगे। वहीं भाकियू के राष्ट्रीय मीडिया प्रभारी धर्मेंद्र मलिक (Dharmendra Malik) ने कहा कि सरकार पिछले कई दिनों से साजिशें कर रही है। मगर ऐसी साजिशों से किसान आंदोलन का समाधान नहीं हो पाएगा। उन्होंने बताया कि 6 नवंबर को सिंघु बॉर्डर पर किसानों की बड़ी बैठक में आगे की रणनीति पर चर्चा होगी।

इस बीच किसान एकता मंच ने ट्वीट किया, ‘टिकरी बॉर्डर पर आधी रात को पुलिस द्वारा रास्ते खुलवाने संबंधित बिना बातचीत के कार्रवाई करने का प्रयास किया गया पर किसान एकजुट होकर तुरंत पहुंच गए। अभी हालात सामान्य है। किसानों ने रात में ही अपने मंच की दिनचर्या शुरू कर दी है। हर जोर जुल्म की टक्कर में, संघर्ष हमारा नारा है।’ इससे पहले अमरोहा में किसान महापंचायत में भाकियू के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत ने कहा कि जब तक सरकार तीनों कृषि कानूनों को वापस नहीं लेगी, तब तक आंदोलन जारी रहेगा।





उन्होंने कहा सरकार लोगों को लड़ाने और तोड़ने का काम किया है। देश के हालात बेहद खराब हैं यह समझना पड़ेगा। पिछले एक साल से किसान दिल्ली के बॉर्डर पर आंदोलन कर रहा है, लेकिन यह सरकार आरोप लगाने के अलावा कुछ और नहीं कर रही है। इन लोगों ने आंदोलन में शामिल हुए सिख समाज के लोगों को खालिस्तानी बता दिया गया और मुसलमानों को पाकिस्तानी। जब यहां के लोग धरने में शामिल हुए तो आंदोलन जाटों का बता दिया।

सरकार किसानों की जमीन बड़ी कंपनियों को देने की तैयारी में है। इससे रोटी भी बड़े लोगों की तिजोरी में बंद हो जाएगी, लेकिन ऐसा नहीं होने दिया जाएगा। सरकार को 26 नवंबर तक का अल्टीमेट है। 26 तक समाधान नहीं निकला तो नई रणनीति का एलान किया जाएगा। राकेश टिकैत शनिवार को अमरोहा के जोई मैदान में किसान महापंचायत को संबोधित कर रहे थे।

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button