कारम बांध में कितना हुआ भ्रष्टाचार, जांचेगी नाथ की यह टीम, फिर सौंपेगी रिपोर्ट
भोपाल। धार जिले में 304 करोड़ रूपयों की लागत से निमार्णाधीन कारम बांध में आये लीकेज की घटना पर मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने शिवराज सरकार पर गंभीर आरोप लगाए हैं। उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा है कि डेम के निर्माण में हुये भारी भ्रष्टाचार, गुणवत्ताविहीन निर्माण कार्य एवं अन्य अनियमितताओं के चलते लीकेज की स्थिति बनी हैं, लीकेज के बाद डेम से बानी का रिसाव लगातार बढ़ता जा रहा है। जिसके कारण धार और खरगोन के लगभग 18 गांवों पर संकट के बादल मंडरा रहे हैं।
सरकार पर हमला करने के साथ नाथ ने धार जिले के कारम बांध की घटना की जांच हेतु 8 सदस्यीय समिति गठित की है। समिति जल्द ही संयुक्त रूप से घटना स्थल पर पहुंचकर स्थानीय लोगों एवं प्रभावित परिवारों से मुलाकात करेंगी। साथ ही स्थानीय लोगों से मुलाकात कर निमार्णाधीन डेम में हुये भ्रष्टाचार, गुणवत्ताविहीन निर्माण एवं अनियमितताओं की जानकारी एकत्र कर विस्तृत रिपोर्ट प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष के समक्ष प्रस्तुत करेगी।
प्रदेश कांग्रेस के महामंत्री प्रशासन प्रभारी राजीव सिंह ने बताया है कि कांग्रेस द्वारा जो जांच समिति गठित की गई हैं, उसमें जिला कांग्रेस कमेटी धार के अध्यक्ष बालमुकुंद सिंह गौतम, पूर्व मंत्री एवं गंधवानी विधायकद्वय उमंग सिंगार और सुरेन्द्र सिंह हनी बघेल, विधायक इंदौर संजय शुक्ला, विधायक देपालपुर विशाल पटेल, विधायक सरदारपुर प्रताप ग्रेवाल, विधायक धरमपुरी प्राचीलाल मेडा और विधायक मनावर डॉ. हीरालाल अलावा को शामिल किया गया है।