तीसरी लहर की दहशत: यूपी ने कांग्रेस ने मैराथन और रैलियों पर लगाई रोक, योगी ने भी नोएडा दौरा किया रद्द
लखनऊ। देश में कोरोना वायरस (corona virus) के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं। इसका असर अब उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव (Uttar Pradesh Assembly Elections) पर भी दिखने लगा है। राज्य बढ़ते कोरोना मामलों को देख कांग्रेस (Congress) ने अपनी प्रमुख रैलियों पर रोक (ban on major rallies) लगाते हुए अन्य काय्रक्रमों को भी न करने का फैसला लिया है। कांग्रेस के जनरट सेक्रेटरी केसी वेणुगोपाल (Congress’s General Secretary KC Venugopal) ने सोशल मीडिया पर ट्वीट (Tweet) करके इसकी जानकारी दी। वहीं कांग्रेस ने शहरों में होने वाली मैराथन मैं लड़की हूं, लड़ सकती हूं कार्यक्रम निरस्त करने का फैसला लिया है।
जानकारी के मुताबिक प्रदेश में कांग्रेस की सात से आठ मैराथन (marathon) नोएडा (Noida), वाराणसी (Varanasi) के साथ ही प्रदेश के अलग-अलग जिलों में प्रस्तावित थीं।कांग्रेस महासचिव ने आगे कहा कि कांग्रेस पार्टी देश में कोरोना के बढ़ रहे केसों के चलते चिंता में है। उत्तर प्रदेश कांग्रेस ने दो हफ्तों तक राज्य में रैलियां न करने का फैसला किया है। इसके बाद स्थिति का जायजा लेकर आगे फैसला लिया जाएगा।
वहीं यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ (UP CM Yogi Adityanath) ने कल नोएडा में होने वाली रैली को रद्द कर दिया है। उन्होंने ऐसा फैसला इसलिए लिया हे कि जिले में सबसे ज्यादा कोविड-19 के मामले सामने आए हैं। फिलहाल यह साफ नहीं है कि राजनीतिक कार्यक्रमों को रद्द करके बीजेपी कांग्रेस की राह पर चल रही है। हालांकि ऐसे कार्यक्रमों में हजारों की संख्या में लोग पहुंचते हैं जिससे कोरोना प्रोटोकॉल का पालन बहुत मुश्किल हो जाता है।
वहीं, मंगलवार को कांग्रेस ने भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा (BJP National President JP Nadda) के लड़की हूं लड़ सकती हूं अभियान पर दिए बयान को दुर्भाग्यपूर्ण बताया है। पार्टी की राष्ट्रीय प्रवक्ता सुप्रिया श्रीनेत ने सवाल उठाया कि भाजपा बार-बार महिलाओं व लड़कियों के सशक्तीकरण से क्या दिक्कत है? पार्टी कार्यालय में पत्रकारों से बातचीत में उन्होंने कहा कि अभियान पर सवाल उठाने वाले नहीं चाहते कि महिलाएं स्वतंत्र हों व सशक्त हों। नारी शक्ति से भाजपा डरती है। उन्होंने कहा कि महिलाएं सिर्फ कुरीतियों के खिलाफ ही नहीं लड़ रहीं, बल्कि वे सबसे बड़ी लड़ाई अपने हक के लिए लड़ रही हैं।