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पंजाब कांग्रेस में सियासी संग्राम जारी: पार्टी के इस सांसद ने सिद्धू के कारगुजारियों पर सवाल खड़े कर कही यह बात

चंडीगढ़। पंजाब (Punjab) में विधानसभा का चुनाव खत्म हो जाने के बाद भी कांग्रेस में सियासी संग्राम (कांग्रेस में सियासी संग्राम) जारी है। अब सांसद गुरजीत सिंह औजला (MP Gurjit Singh Aujla) ने प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू (State Congress President Navjot Singh Sidhu) की कारगुजारी पर भी सवाल खड़े कर दिए हैं। बातचीत में उन्होंने कहा कि सिद्धू और उनकी बोली से वोटर नाराज हैं, जिसका असर उनकी जीत पर पड़ेगा। उन्होंने कहा, ‘पार्टी के बहुत सारे कार्यकर्ता नवजोत सिंह सिद्धू से असंतुष्ट हैं। उनकी वजह से ही लोग पार्टी छोड़कर जा रहे हैं।’

औजला ने तो सिद्धू की विधानसभा में लोगों के बीच न जाने पर सवाल खड़े करते हुए कहा कि पांच साल वह लोगों के बीच नहीं गए, जिससे लोग इस बार काफी नाराज दिखे और उन्होंने अपनी नाराजगी कई प्लेटफार्मों पर जाहिर भी की। उनके बड़े कांग्रेस नेताओं के प्रति तलख शब्दों का इस्तेमाल करना भी लोगों को पसंद नहीं आया। हालांकि औजला ने सिद्धू की ओर से नशे व बेअदबी की घटना सहित अन्य मामलों पर खुलकर बात रखने की बात की सराहना भी की, पर वहीं इस बात पर आपत्ति व्यक्त की कि वह सार्वजनिक तौर पर ऐसी भाषा प्रयोग करते हैं, जिससे लोगों में नाराजगी है।





पंजाब में सिद्धू के कारण दो धड़ों में बंटी कांग्रेस
पार्टी के अंदर के कई लोगों का कहना है कि सांसद ने ऐसी बातें इसलिए कहीं क्योंकि उन्हें अमृतसर में चुनावी प्रचार (election campaign in amritsar) के दौरान प्रियंका गांधी (Priyanka Gandhi) के वाहन पर नहीं बैठने दिया गया था। वह नवजोत सिंह सिद्धू के लिए प्रचार करने आई थीं। उन्होंने पार्टी हाई कमांड के खिलाफ बोलना शुरू किया तो उनसे कहा गया कि चुनाव तक वह शांत रहें। बता दें कि पीसीसी चीफ नवजोत सिंह सिद्धू की वजह से पंजाब कांग्रेस में दो धड़े बन गए। उन्हीं की वजह से पूर्व मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह (Former Chief Minister Captain Amarinder Singh) को सरकार से बाहर जाना पड़ा। अलग पार्टी बनाकर वह भाजपा के साथ मिलकर चुनाव लड़ रहे हैं।

सीएम का चेहरा नहीं बनाने पर प्रचार से बना ली थी दूरी
चन्नी के मुख्यमंत्री चेहरे के रूप में ऐलान के बाद सिद्धू ने ज्यादा जगहों पर प्रचार भी नहीं किया। पहले कैप्टन अमरिंदर से ठनी हुई थी और बाद में चन्नी से भी उनकी नहीं बनी। अब पंजाब में परिणाम आने के बाद नवजोत सिंह सिद्धू के काम का आकलन किया जा सकता है। अगर परिणाम पार्टी के पक्ष में नहीं रहे तो कोई बड़ा फैसला भी किया जा सकत है। सांसद गुरजीत सिंह ने तो यहां तक कहा कि नवजोति सिंह सिद्धू अपनी ही विधानसभा में चुनाव हार जाएंगे।

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