नरोत्तम का पलटवार: देश को बदनाम करने दिग्गी-नाथ नहीं छोड़ते कोई मौका, कांग्रेस एक ऐसी पार्टी जो मुर्दों से भी करती है बात
भोपाल। रूसी सेना के आक्रमण के बाद यूक्रेन में फंसे भारतीय छात्रों को स्वदेश वापस लाने पर देश से लेकर मध्यप्रदेश तक की सियासत गरमाई हुई। कांग्रेस लगातार आरोप लगा रही है कि यूक्रेन में फंसे छात्रों को निकालने में केन्द्र सरकार असफल रही है। कांग्रेस के इन आरोपों को का मप्र के गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने जवाब दिया है। उन्होंने निशाना साधते हुए कहा कि कांग्रेस एक ऐसी पार्टी है जो मुर्दों से भी बात करती है। कांग्रेस के नेता हमेशा अपदा में अवसर तलाशते हैं।
गृह मंत्री मिश्रा ने कहा कि दिग्विजय सिंह और कमलनाथ देश को बदनाम करने का कोई मौका नहीं छोड़ते हैं। कभी वे सेना तो कभी ईवीएम और न्यायालय पर सवाल उठाते हैं। उन्होंने कांग्रेस से केदारनाथ हादसे पर जवाब मांगा है और कहा कि आज तक केदारनाथ हादसे के पांच हजार लोग लापता हैं। मिश्रा ने कहा कि कांग्रेस केवल ट्विटर और फेसबुक पर चल रही है। नरोत्तम ने कहा कि मिश्रा ने कहा कि मध्य प्रदेश के 454 बच्चे यूक्रेन में थे जिनमें से 304 वापस आ चुके हैं। जो 154 वहां हैं उनसे सरकार व उनके अभिभावकों का लगातार संपर्क बना हुआ है।
चेचक के टीके लगाने में लग गए थे 18 साल
गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने कहा कोरोना महामारी के समय कहा जा रहा था कि वैक्सीन लगने में भारत को 15 साल लग जाएंगे लेकिन डब्ल्यूएचओ स्वीकार कर चुका है कि हमारे यहां 97 फीसदी वैक्सीन लग चुका है। मिश्रा ने कांग्रेस पर तंज कसा कि उसे पोलियो की दवा पिलाने में 58 साल लग गए और चेचक के टीके लगाने में 18 साल लग गए थे। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कोरोना महामारी के लिए वैक्सीन तैयार कराने और वैक्सीनेशन करने के सभी मिथकों को खंडित कर दिया है।
मौत के आंकड़े गलत साबित
गृह मंत्री ने कहा कि आॅक्सफोर्ड के एक्सपर्ट ने कह रहे थे कि कोरोना से दो करोड़ की मौत हो जाएगी तो कमलनाथ ने भी मध्य प्रदेश में एक लाख से ज्यादा लोगों के मरने की बात कही थी। सभी आंकड़े गलत साबित हो चुके हैं। मुर्दों से बात करने वाली कांग्रेस है। कांग्रेस केवल ट्विटर और फेसबुक पर है।