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जम्मू-कश्मीर में ताबड़तोड़ रैलियां कर आजाद अब कांग्रेस को ऐसे दे रहे बड़ी टेंशन, कैप्टन पहले ही दे चुके हैं झटका

श्रीनगर। पंजाब के पूर्व कैप्टन अमरिंदर सिंह (Former Punjab Captain Amarinder Singh) के बाद अब जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री (Former Chief Minister of Jammu&Kashmir) और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता गुलाम नबी आजाद (Senior Congress leader Ghulam Nabi Azad) ने कांग्रेस की टेंशन (Congress’s tension) बढ़ा दी है। दरअसल आजाद आने वाले चुनावों को लेकर जम्मू-कश्मीर में लगातार एक के बाद एक जनसभाओं को संबोधित कर रहे हैं। उनके द्वारा की जा रही जनसभाओं को देखते हुए अब ऐसा लगने लगा है कि आजाद अब जल्द ही अपनी खुदी की पार्टी बना सकते हैं। आजाद जनसभाओं के दौरान लगातार कांग्रेस की आलोचना भी कर रहे हैं। जिसके बाद पार्टी के अंदर हलचल मची हुई है।

आजाद ने पिछले दिनों एक जनसभा को संबोधित करते हुए कहा था कि सुप्रीम कोर्ट (Supreme court) ही अनुच्छेद 370 (Article 370) के फैसले को उलट सकता है या फिर कांग्रेस (Congress) को 300 से अधिक सीटों के साथ सत्ता में आना होगा। लेकिन 2024 में होने वाले चुनावों में कांग्रेस 300 सीटों के साथ सत्ता में आती नजर नहीं आ रही है संसद में जम्मू-कश्मीर के विशेष दर्जे को रद्द करने के अपने कड़े विरोध के बाद उन्होंने कहा कि उनकी एकमात्र मांग राज्य की बहाली और विधानसभा चुनाव कराने की है।

गुलाम नबी आजाद अनुच्छेद 370 पर अपने बयान के लिए हो रही आलोचना का जवाब दे रहे थे। बता दें कि जम्मू-कश्मीर कांग्रेस में गुलाम नबी आजाद के करीब 20 वफादारों ने पिछले दो हफ्तों में अपनी पार्टी के पदों से इस्तीफा दे दिया है। अपने त्यागपत्रों में नेताओं ने गुलाम अहमद मीर को राज्य इकाई के प्रमुख के पद से हटाने सहित कांग्रेस में व्यापक बदलाव के बारे में सवाल उठाया है।





आजाद की जनसभाओं में भारी भीड़ ने कांग्रेस पार्टी के पर्यवेक्षकों (Congress party observers) को चौंका दिया और कांग्रेस को झकझोर कर रख दिया है। सूत्रों का कहना है कि आजाद अगर अपनी पार्टी बनाते हैं तो जम्मू-कश्मीर के ज्यादातर कांग्रेस नेताओं के उनके साथ जाने की संभावना है। उनके एक करीबी सूत्र ने कहा, अन्य पार्टियों के कई नेता हैं जिन्होंने आजाद से संपर्क किया है। वे कहते हैं कि अगर आजाद अपनी पार्टी बनाते हैं तो वे इसमें शामिल होंगै।

चिंतित कांग्रेस ने कहा है कि वे आजाद का सम्मान करते हैं लेकिन इस्तीफे से नाखुश हैं। जम्मू-कश्मीर कांग्रेस के प्रवक्ता रविंदर शर्मा ने कहा, पूरी पार्टी उनका सम्मान करती है। हम उनका सम्मान करते हैं, लेकिन अनुशासन का पालन करना होगा। लेकिन कुछ लोग हैं जो आजाद के करीबी माने जाते हैं, उनके बयान स्पष्ट रूप से अनुशासन का उल्लंघन हैं।

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