अन्य खबरें

कांग्रेस का आरोप: पूर्वोत्तर के राज्यों में हो रहा संवैधानिक ढांचे पर हमला, केन्द्र क्यों है मौन

नयी दिल्ली। कांग्रेस (Congress) ने असम-मिजोरम विवाद (Assam-Mizoram dispute) और कुछ अन्य राज्यों की स्थिति का हवाला देते हुए केन्द्र सरकार (central government) पर हमला बोला। पार्टी द्वारा बुधवार को दावा किया गया है कि कि पूर्वोत्तर में देश के संविधान और संप्रभुता (Constitution and Sovereignty) को खुलेआम चुनौती दी जा रही है, लेकिन केंद्र सरकार मौन धारण किये हुए है। पार्टी के मुख्य प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला (Randeep Surjewala) ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Prime Minister Narendra Modi) और गृह मंत्री अमित शाह (Home Minister Amit Shah) को सामने आकर इस पर जवाब देना चाहिए।

सुरजेवाला ने मीडिया से कहा कि पूर्वोत्तर के राज्यों में कानून-व्यवस्था (Law and order) की स्थिति खराब हो चुकी है। संवैधानिक ढांचे (constitutional framework) पर हमला बोला जा रहा है। पूर्वोत्तर की स्थिति को टीवी पर नहीं दिखाया जा रहा है। कांग्रेस महासचिव ने दावा किया, दो राज्यों की पुलिस एक-दूसरे के साथ शत्रु जैसा व्यवहार कर रही है और नागरिकों को गोलियां लग रही हैं। यह मोदी सरकार की किसी तरह भी पूर्वोत्तर (Northeast) में सत्ता हथियाने का एक नतीजा है। आज भी भाजपा और मोदी सरकार किसी तरह से सत्ता हथियाये रखना चाहती है, चाहे देश के लिए इसका कितना भी घातक परिणाम हो।

उन्होंने आरोप लगाया, मोदी सरकार द्वारा मौन धारण किये रहना, आंतरिक सुरक्षा व्यवस्था और संवैधानिक व्यवस्था का छिन्न-भिन्न हो जाना यह दिखाता है कि केंद्र सरकार ने देश की सुरक्षा से मुंह मोड़ लिया है और गैरजिम्मेदाराना व्यवहार कर रही है। सुरजेवाला ने सवाल किया, क्या प्रधानमंत्री और गृह मंत्री जवाब देंगे कि असम-मिजोरम की सीमा पर बार-बार हो रही पुलिस गोलीबारी, ंिहसा और मौतें पर वे कुछ बोल क्यों नहीं रहे हैं और इस स्थिति से पीछा क्यों छुड़ा रहे हैं?

उनके मुताबिक, मेघालय में उग्रवादी संगठन (extremist organization) के लोग तालिबान की तरह हथियार लहराते हुए गाड़ी से खुलेआम घूम रहे थे। वहां 98 घंटे का कर्फ्यू लगाना पड़ा। मुख्यमंत्री के आवास पर पेट्रोल बम फेंके गए और वहां के गृह मंत्री को इस्तीफा देना पड़ा। राज्यपाल के काफिले पर पथराव हुआ। क्या कारण है कि प्रधानमंत्री और गृह मंत्री कुछ नहीं बोल रहे? उन्होंने दावा किया, नगालैंड में एनएससीएन-आईएम नामक संगठन (Organization named NSCN-IM) तो भारतीय संविधान को मानने से इनकार कर रहा है।

अरुणाचल प्रदेश के अंदर चीन ने गांव बसा दिया है। उन्होंने आरोप लगाया, पूर्वोत्तर के पांच राज्यों में संघर्ष की स्थिति बनी हुई है। हमारी संवैधानिक और सीमा की संप्रभुता को चुनौती दी जा रही है। मोदी सरकार देश की अखंडता और संप्रभुता से समझौता कर रही है। इसे स्वीकार नहीं किया जा सकता। सुरजेवाला ने कहा, प्रधानमंत्री और गृह मंत्री को सामने आकर इस पर जवाब देना चाहिए।

Web Khabar

वेब खबर

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button