यूपी में डेंगू ने बरपाया कहर: गंभीर मरीजों को भर्ती कराने बेबस परिजन, 24 घंटे में 4 की गई जान
फिरोजाबाद। उत्तरप्रदेश (Uttar Pradesh) के फिरोजाबाद (Firozabad) में डेंगू का कहर (Dengue havoc) लगातार बढ़ता जा रहा है। आलम यह है कि बड़ी तादाद में लोगों के बीमार पड़ने के बाद स्वास्थ्य व्यवस्थाएं (health systems) पूरी से ध्वस्त हो गई हैं। बेबस परिवार अपने मरीजों को भर्ती कराने के लिए सरकारी अस्पताल (government hospital) के बाहर घंटों लंबी लाइन लगाकर इंतजार कर रहे हैं। वहां के मेडिकल कॉलेज (Medical college) की स्थिति तो यह हो गई है कि बच्चों के वार्ड में गंभीर मरीजों की तो कोई बात ही नहीं सामान्य मरीजों को भी अस्पताल में भर्ती नहीं किया जा रहा है।
परिजन अपने मरीजों की जान बचाने के लिए प्राइवेट अस्पतालों का सहारा ले रहे हैं और गंभीर पीड़ित मरीजों का उपचार करा रहे हैं। फिरोजाबाद के CMO का कहना है कि 64 कैंपों में 48 सौ लोगों का इलाज किया जा रहा है। इसमें बुखार वाले मरीज भी शामिल हैं। जानकारों का कहना है कि जिले में तकरीबन 12 हजार लोग बुखार से बिस्तर पर पड़े हैं। स्वास्थ्य विभाग (health Department) के मुताबिक इस बीमारी के चपेट में पूरा जिला आ चुका है। बीते 24 घंटे में यहां 4 और मरीजों की मौत हो चुकी है।
फिरोजाबाद के गांव नगला चूरा (nagla chura) में सरकारी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र बंद है। बताया जाता है कि जिस डॉक्टर की नगला चूरा में ड्यूटी थी उन्हें कहीं और ड्यूटी पर लगाया गया है जिसके कारण इस प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पर कोई डॉक्टर या मेडिकल स्टाफ (medical staff) नहीं आता। ग्रामीण अंचलों में बने प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र और सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के बंद होने से उन इलाकों के मरीज सीधे मेडिकल कॉलेज आ रहे जिससे यहां की स्वास्थ्य व्यवस्था पर अधिक दबाव पड़ रहा और व्यवस्था प्रभावित हो रही है।
जिले में कुल मरने वालों की संख्या 120 पहुंच चुकी है। इसमें बच्चों की तादाद काफी ज्यादा है। उनका कहना है कि बीते सप्ताह NCDC की टीम ने फिरोजाबाद जिले में डेंगू के फैलने का खुलासा किया गया था। इस बीमारी से मरने वालों की संख्या में भी काफी वृद्धि देखने को मिल रही है। प्रशासन द्वारा बीमारी पर नियंत्रण पाने के लिए लगातार दवा का छिड़काव व घर घर जाकर सर्वे किया जा रहा है। प्राइवेट अस्पतालों और प्राइवेट डॉक्टरों के यहां भी मरीजों की लंबी-लंबी कतारें देखने को मिल रही हैं।
झोलाछाप डॉक्टरों के खिलाफ कार्रवाई
जिलाधिकारी चंद्र विजय सिंह (District Magistrate Chandra Vijay Singh) ने कहा कि हमने झोलाछाप डॉक्टर्स के खिलाफ कार्यवाही की है। उसका कड़ा संदेश गया है। ये लोग अपनी दुकान बंद करके भागे भी हैं। उन्होंने कहा कि हमने पूरे शहर में करीब तीन सौ को चिह्नित किया है। हमारा अभियान लगातार चल रहा है। जिलाधिकारी ने कहा कि लोग इतने जागरूक हो गए हैं कि अब वे झोलाछाप डॉक्टरों के चुंगल में नहीं फंस रहे।