ओमिक्रॉन ने पकड़ी तेज रफ्तार: अब तक 47 देशों में मारी एंट्री, भारत में पांच दिन में ही बढ़ गए 10 गुना मरीज
नई दिल्ली। नवंबर के आखिरी सप्ताह में मिले कोरोना के नए वैरिएंट ओमिक्रॉन (Corona’s new variant Omicron) की तेज होती जा रही है। डब्ल्यूएचओ (WHO) के मुताबिक कोरोना का नया वैरिएंट अब तक 47 देशों में पहुंच चुका है, लेकिन राहत की बात यह है कि अब इस संक्रमण से एक भी मरीज की मौत नहीं हुई है। तेजी से बढ़ते संक्रमण की वजह से अमेरिका (America) व दक्षिण अफ्रीका (South Africa) सहित यूरोप के कई देशों के अस्पतालों में संक्रमितों की बाढ़-सी आने लगी है। वहीं भारत की बात करें तो देश में पहला मरीज 2 दिसंबर को 2 मरीज कर्नाटक (Karnataka) में मिले थे, जिसके बाद से अब तक 23 मरीजों की पुष्टि हो चुकी है। यानि पांच दिनों में 10 गुना से अधिक मरीजों की वृद्धि हुई है।
देश में सबसे पहले ओमिक्रॉन के दो केस कर्नाटक में सामने आए थे। इसके बाद महाराष्ट्र (Maharashtra) में 10, राजस्थान (Rajasthan) में 9, कर्नाटक (Karnataka) में 2, दिल्ली (Delhi) और गुजरात (Gujrat) में 1-1 मरीज मिल चुके हैं। बता दें कि ओमिक्रॉन वैरिएंट की सबसे पहले पहचान साउथ अफ्रीका में की गई थी। वैज्ञानिकों ने माना है कि यह वैरिएंट अब तक मिले सभी वैरिएंट से ज्यादा तेजी से फैलने में सक्षम है।
भारत में ओमिक्रॉन वैरिएंट से सबसे ज्यादा संक्रमित मरीज महाराष्ट्र में हैं, यहां पर अब तक 10 लोग इस वैरिएंट से संक्रमित पाए गए हैं। सभी लोग दक्षिण अफ्रीका से लौटे थे। महाराष्ट्र में ओमिक्रॉन का पहला केस 4 दिसंबर को आया था. यहां डोम्बिली में 1, पिंपरी चिंचवाड़ में 2, पुणे में 1 और मुंबई (Mumbai) में 2 केस मिले हैं। प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री राजेश टोपे ने बताया कि जोहान्सबर्ग (johannesburg) से मुंबई लौटे 2 लोगों में ओमिक्रॉन मिला है। इन्हें वैक्सीन की दोनों डोज भी लग चुकी थी।
इसी तरह राजस्थान के जयपुर में 9 मामले आ चुके हैं। ये सभी एक ही परिवार के हैं। परिवार के 4 लोग दक्षिण अफ्रीका से लौटा था और उसी से बाकी 5 लोगों में ओमिक्रॉन फैल गया। लेकिन चिंता की बात ये है कि ये परिवार 28 नवंबर को जयपुर में एक शादी समारोह में शामिल हुआ था। अब प्रशासन कॉन्टैक्ट ट्रेसिंग कर बाकी लोगों की जानकारी इकट्ठा करने की कोशिश कर रहा है, ताकि इसे फैलने से रोका जा सके।
तीसरी लहर का बढ़ा खतरा
ओमिक्रॉन ने भारत में तीसरी लहर (third wave) का खतरा भी बढ़ा दिया है। IIT के साइंटिस्टेस मनिंद्र अग्रवाल (Scientist Manindra Agarwal) ने अनुमान लगाया है कि ओमिक्रॉन के चलते भारत में कोरोना की तीसरी लहर आ सकती है। फरवरी में इसका पीक हो सकता है और उस समय हर दिन 1 से 1.5 लाख केस आ सकते हैं। हालांकि, उन्होंने ये भी कहा कि दूसरी लहर की तुलना में ये कम खतरनाक होगी।
दक्षिण अफ्रीका में भारी उछाल
दक्षिण अफ्रीका में गत सप्ताह में कुल संक्रमण के मामलों में 700% का उछाल आया है। बीते सप्ताह सोमवार को 2300 मामले आए थे, जबकि शुक्रवार को 16000 केस आए। हालांकि, इनमें ओमिक्रॉन संक्रमितों की संख्या निश्चित नहीं है, लेकिन करीब 70 फीसदी से ज्यादा मामले ओमिक्रॉन के ही बताए गए हैं। वहीं ब्रिटेन में ओमिक्रॉन वेरिएंट के मामले एक दिन में 53 फीसदी तक बढ़ गए हैं अब तक ब्रिटेन में 246 मामले कोरोना के ओमिक्रोन वेरिएंट के आ चुके है। चिंता की बात ये भी है कि वैक्सीन की दोनों डोज लेने के बावजूद लोगों को ओमिक्रॉन संक्रमण हो रहा है।
इन प्रमुख देशों में आए मामले
दक्षिण अफ्रीका, सेनेगल, बोत्सवाना, मेक्सिको, भारत, नीदरलैंड, हांगकांग, इस्राइल, बेल्जियम, ब्रिटेन, जर्मनी, आॅस्ट्रेलिया, इटली, चेक गणराज्य, डेनमार्क, आस्ट्रिया, कनाडा, स्वीडन, स्विट्जरलैंड, स्पेन, पुर्तगाल, जापान, फ्रांस, घाना, दक्षिण कोरिया, नाइजीरिया, ब्राजील, नॉर्वे, अमेरिका, सऊदी अरब, आयरलैंड, संयुक्त अरब अमीरात, रूस, नामीबिया, नेपाल, थाईलैंड, क्रोएशिया, अर्जेंटीना, श्रीलंका, मलयेशिया और सिंगापुर।