एमपी में कोविड में सेवा दे रहे हैं तो नौकरी में ये मिलेगा फायदा
भोपाल। कोविड काल में अपनी जान जोखिम डालकर जो अस्थायी कोरोना वॉरियर्स (Corona Warrior ) जुटे हैं, उनको प्रोत्साहित करने के लिए मप्र सरकार का बेहतर प्रयास है। उस कर्मी को नौकरी में वरीयता मिलेगी। नेशनल हेल्थ मिशन ( NHM) कोरोना वॉरियर्स को कार्य अनुभव प्रमाण पत्र (Experience work certificate) देगा।
इसके आधार पर एनएचएम की आगामी संविदा नौकरी में 10 प्रतिशत अधिभार अंकों की वरीयता दी जाएगी। यह अनुभव प्रमाण पत्र न्यूनतम 89 दिवस से अधिक की सेवा देने वालों को मिलेगा। इस संबंध में नेशनल हेल्थ मिशन की संचालक छवि भारद्वाज (chhavi Bhardwaj) ने आदेश जारी किए।
आदेश के अनुसार एनएचएम ने निर्णय लिया है, सभी अस्थाई मानव संसाधन को उपस्थिति पत्रक एवं पारिश्रमिक/मानदेय पत्रक के आधार पर प्रमाण पत्र दिया जाएगा। इसके आधार पर उनको नेशनल हेल्थ मिशन के अंतर्गत संविदा भर्ती प्रक्रिया में 10 प्रतिशत अधिभार अंक दिए जाएंगे। इसका लाभ आगामी संविदा भर्ती प्रक्रिया में मिल सकेगा।
इसका लाभ कोविड-19 के तहत जिला स्तर पर आयुष चिकित्सक (आयुर्वेद/ होम्योपैथी/ यूनानी), दंत चिकित्सक/ स्टाफ नर्स/ लैब टेक्नीशियन/ एएनएम/ फार्मासिस्ट के पदों पर सेवाएं देने वालों को मिलेगा। इन सभी के लिए शर्त होगी कि उन्होंने संबंधित पद पर कोविड महामारी के कार्यकाल में न्यूनतम 89 दिन अस्थाई व आकस्मिक सेवाएं दी हों।
कोविड में अस्थायी या आकस्मिक सेवाएं देने वाले कोरोना वॉरियर्स को अनुभव प्रमाण मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी जारी करेंगे। इनके अलावा दूसरा अधिकारी प्रमाण पत्र जारी करने के लिए अधिकृत नहीं होगा।