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शिवराज पर जनता को भरोसा: भाजपा ने चार में से तीन सीटों पर किया कब्जा, कांग्रेस को मिली सिर्फ रैगांव

भोपाल। मध्यप्रदेश (Madhya Pradesh) की जनता ने दिवाली (Diwali) से पहले ही मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान (Chief Minister Shivraj Singh Chouhan) को तोहफे के रूप में उपचुनाव की जीत दे दी है। मध्यप्रदेश में चार सीटों पर हुए उपचुनाव में भाजपा ने एक लोकसभा सीट समेत तीन सीटों पर कब्जा किया है। जबकि कांग्रेस को सिर्फ एक सीट पर संतोष करना पड़ा है। सबसे खास बात यह है कि भाजपा ने जो दो विधानसभा सीट जोबट (Jobat) और पृथ्वीपुर (Prithvipur) जीती है वह इससे पहले कांग्रेस (Congress) के पास थीं। हालांकि कई सालों बाद भाजपा (Bjp) को रैगांव (raigaon) सीट पर हार का सामना करना पड़ा है और वह सीट कांग्रेस ने भाजपा से छीन ली है।

वहीं कमलनाथ (Kamalnath) चुनाव मैनेजमेंट में फेल हो गए। इससे पार्टी में उनके खिलाफ स्वर उठ सकते हैं, इस आशंका ने जन्म लिया है। पूरे चुनाव में कमलनाथ ने दमोह मॉडल (Damoh Model) पर दांव खेला, लेकिन शिवराज ने जनता के बीच जाकर सीधे संवाद करने पर ही भरोसा किया। जिसके कारण कमलनाथ का दांव फेल हो गया और शिवराज ने बाजी मार ली।

मध्यप्रदेश में भाजपा ने जोबट और पृथ्वीपुर विधानसभा सीटें कांग्रेस से छीन ली है। जोबट में कांग्रेस से दो बार विधायक रहने के बाद भाजपा में शामिल हुई सुलोचना रावत (Sulochana Rawat) ने कांग्रेस के महेश पटेल (Mahesh Patel) को हरा दिया है। रैगांव में कांग्रेस की कल्पना वर्मा (Kalpana Verma) और पृथ्वीपुर में डॉ. शिशुपाल यादव (Dr. Shishupal Yadav) ने जीत हासिल कर ली है। खंडवा संसदीय सीट पर भाजपा ने कब्जा कायम रखा है।

इन चार सीटों पर 48 प्रत्याशी चुनाव मैदान में थे। इनमें 32 उम्मीदवारों ने तीन विधानसभा क्षेत्रों में किस्मत आजमाई। वहीं, 16 उम्मीदवार खंडवा लोकसभा सीट पर लड़े। चारों ही सीटों पर मुख्य मुकाबला भाजपा-कांग्रेस में रहा। खंडवा सीट भाजपा सांसद नंदकुमार चौहान के निधन से खाली हुई थी। भाजपा ने ज्ञानेश्वर पाटिल पर भरोसा जताया है। ज्ञानेश्वर पाटिल बुरहानपुर के रहने वाले हैं। वहीं, कांग्रेस प्रत्याशी राजनारायण सिंह पुरनी खंडवा शहर से हैं।

जोबट और पृथ्वीपुर में भाजपा ने कांग्रेस छोडकर पार्टी में शामिल होने वालों को उम्मीदवार बनाया है। इन दोनों ही सीटों पर 2018 के विधानसभा चुनावों में कांग्रेस ने जीत हासिल की थी। पृथ्वीपुर में कुछ ही दिन पहले समाजवादी पार्टी (सपा) छोडकर भाजपा में आए शिशुपाल यादव को टिकट दिया गया है। उनका मुकाबला ब्रजेंद्र सिंह राठौर के बेटे नितेंद्र सिंह राठौर से है, जो कांग्रेस के टिकट पर भावनात्मक आधार पर जीत दर्ज करने का सपना देख रहे हैं। रैगांव में भाजपा के पूर्व विधायक जुगल किशोर बागरी की रिश्तेदार प्रतिमा बागरी को टिकट दिया है। कांग्रेस ने कल्पना वर्मा को चुना है, जो 2018 में जुगल किशोर बागरी से 18 हजार वोट से हारी थी। कल्पना एक मजबूत उम्मीदवार हैं और हारने के बाद भी इलाके में सक्रिय रहीं हैं।

सीटवार नतीजे
जोबट में भाजपा प्रत्याशी सुलोचना रावत ने कांग्रेस के महेश पटेल को हरा दिया है। 30 राउंड की गिनती के बाद 6,080 वोट से सुलोचना रावत ने जीत हासिल की है। एक समय पर तो सुलोचना रावत 10 हजार वोट से आगे निकल गई थी। बाद के राउंड में कांग्रेस प्रत्याशी हार का अंतर कम करने में कामयाब रहे।

खंडवा लोकसभा उपचुनाव में भाजपा प्रत्याशी ज्ञानेश्वर पाटिल ने कांग्रेस के राजनारायण सिंह पुरनी को 81 हजार मतों से हरा दिया। भाजपा प्रत्याशी मतगणना के दौरान यहां लगातार बढ़त बनाए हुए थे। ज्ञानेश्वर पाटिल की जीत की घोषणा होते ही भाजपा नेताओं ने जगह-जगह जश्न मनाया। 21वें राउंड में 42 हजार से ज्यादा मतों की निर्णायक बढ़त से भाजपा नेताओं और कार्यकर्ताओं में उत्साह छा गया था।

रैगांव में शुरूआती राउंड में बढ़त बनाने के बाद भाजपा पिछड़ गई। कांग्रेस की कल्पना वर्मा ने भाजपा प्रत्याशी प्रतिमा बागरी को 12 हजार 600 वोट से हराया। कल्पना को 72 हजार 596 तो बागरी को 60 हजार 331 वोट मिले।

पृथ्वीपुर में भाजपा के शिशुपाल यादव 15687 वोट जीत गए हैं। शुरूआती राउंड्स में अच्छी बढ़त बनाने के बाद यादव ने 20वें राउंड में 13 हजार से अधिक वोट की निर्णायक बढ़त हासिल की। 22 राउंड पूरे होने के बाद 15687 वोटों से जीत का प्रमाण पत्र भाजपा के प्रत्याशी डा. शिशुपाल सिंह यादव को रिटर्निंग आफीसर अंकिता जैन ने दिया।

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