आज होगा फैसला, बागी बड़े या उद्धव
मुंबई। महाराष्ट्र में मचे सियासी घमासान के बीच भाजपा के राहुल नार्वेकर को रविवार को विधानसभा का स्पीकर चुना गया है। वहीं आज उद्धव ठाकरे से बगावत कर राज्य के नए मुख्यमंत्री बने एकनाथ शिंदे को फ्लोट टेस्ट का सामना करना है। इससे पहले एनसीपी प्रमुख शरद पवार ने बड़ा बयान दिया है। शरद पवार ने दावा किया कि शिंदे सरकार छह महीने से ज्यादा नहीं चलेगी। उन्होंने कहा कि मध्यावधि चुनाव के लिए तैयार रहना चाहिए।
उन्होंने यह बयान रविवार की शाम को एनसीपी विधायकों और पार्टी के अन्य नेताओं को संबोधित करते हुए दिया। पवार ने कहा, ‘महाराष्ट्र में बनी नई सरकार अगले छह महीनों में गिर सकती है। ऐसे में सभी को मध्यावधि चुनाव के लिए तैयार रहना चाहिए। शरद पवार ने कहा कि शिंदे का समर्थन कर रहे कई बागी विधायक मौजूदा व्यवस्था से खुश नहीं हैं। एक बार मंत्री विभागों का बंटवारा हो जाने के बाद उनकी अशांति सामने आएगी, जिसके परिणामस्वरूप अंतत: सरकार गिर जाएगी।
बता दें कि एकनाथ शिंदे ने गुरुवार को मुख्यमंत्री पद की शपथ ली थी। जबकि भाजपा के वरिष्ठ नेता देवेंद्र फडणवीस ने उपमुख्यमंत्री पद की शपथ ली। तकरीबन 40 शिवसेना के विधायकों ने एकनाथ शिंदे के साथ मिलकर महाविकास अघाड़ी सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया था। जिसके बाद आखिरकार महाविकास अघाड़ी सरकार गिर गई और उद्धव ठाकरे ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया।
शिंदे सरकार का फ्लोर टेस्ट आज
महाराष्ट्र की राजनीति में पिछले लगभग बीस दिनों से चल रहे सियासी घमासान का नतीजा आज फ्लोर टेस्ट के तौर पर होगा। फ्लोर टेस्ट से पहले प्रदेश की राजनीति में मैराथन बैठकें हुईं। सीएम एकनाथ शिंदे ने शिवसेना के 39 विधायकों के साथ बैठक की। उधर उद्धव ठाकरे और एनसीपी प्रमुख शरद पवार ने भी महत्वपूर्ण बैठक की है। फ्लोर टेस्ट को लेकर प्रदेश का हर प्रमुख राजनीतिक धड़ा अपने स्तर पर रणनीति तय करने में जुटा है।