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Swami Episode के बाद भाजपा का डैमेज कंट्रोल, इन तीनों नेताओं को पार्टी छोड़ने से रोका, जानें क्या है पूरा मामला

लखनऊ। उत्‍तरप्रदेश (Uttar Pradesh) में विधानसभा चुनाव (Assembly elections) से ठीक पहले जिस तरह से योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) के कैबिनेट मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्या (cabinet minister swami prasad maurya) ने पार्टी से इस्‍तीफा दिया है, जिसके बाद कुछ और भाजपा विधायकों के पार्टी छोड़ने की खबरें सामने आई थी। पार्टी छोड़ने वालों में मंत्री धर्म सिंह सैनी (Dharam Singh Saini), नंद गोपाल नंदी (Nand Gopal Nandi) और धर्मेन्द्र शाक्य (Dharmendra Shakya) सहित कई नेताओं के नाम शामिल थे। इन नेताओं के पार्टी छोड़ने की अटकलों के बीच बीजेपी में हलचल तेज हो गई है और डैमेज कंट्रोल में जुट गई।

भाजपा के शीर्ष नेताओं के सक्रिय होने के बाद उसका असर भी दिखने लगा है। स्वामी प्रसाद मौर्य के मंत्री पद छोड़ने के एपिसोड के तत्काल बाद गृहमंत्री अमित शाह (Home Minister Amit Shah), यूपी प्रभारी धर्मेंद्र प्रधान (UP in-charge Dharmendra Pradhan) और उपमुख्यमंत्री केशव मौर्य (Deputy Chief Minister Keshav Maurya) ने इन तीनों विधायकों से फोन पर बात कर उन्हें मना लिया है। जिसके बाद तीनों ही नेताओं ने भाजपा में रहने को लेकर अपनी स्थिति भी स्पष्ट कर दी है। वहीं खबर यह भी है कि केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह, यूपी के सभी विधायकों का रिपोर्ट कार्ड देख रहे हैं। गृहमंत्री बैठक में उत्‍तर प्रदेश की क्षेत्रवार रिपोर्ट ले रहे हैं और पार्टी के काम और पार्टी की तमाम संभावनाओं पर चर्चा और मंथन कर रहे हैं।

टिकट और उम्मीदवारों के नाम पर विस्तृत चर्चा आज संभव
उत्‍तर प्रदेश में विधानसभा चुनावों की तारीखों का ऐलान होने के बाद से सभी पार्टियों में प्रत्‍याशियों के नाम पर मंथन तेज हो गया है। बीजेपी, पहले चरण के चुनावों के लिए आज यूपी कोर ग्रुप के नेताओं के साथ बैठक कर रही है। बैठक में सभी विधायकों का रिपोर्ट कार्ड देखा जा रहा है। खबर है कि टिकट और उम्‍मीदवारों के नाम पर पार्टी आज चर्चा कर सकती है और दो से तीन दिन के अंदर पहले चरण के प्रत्‍याशियों के नाम की घोषणा भी कर सकती है।

भाजपा में हैं और भाजपा में ही रहेंगे: सैनी
भाजपा विधायक धर्म सिंह सैनी ने इसके तुरंत बाद ही वीडियो जारी कर कहा कि स्वामी प्रसाद मेरे बड़े भाई हैं लेकिन उन्होंने उनका नाम सपा में जाने वाले विधायकों की लिस्ट में क्यों जोड़ दिया यह वह नहीं जानते। उन्होंने कहा कि भाजपा में हैं और भाजपा में ही बने रहेंगे। वह पार्टी कतई नहीं छोड़ रहे।





मौर्य का फैसला विनाशकाले विपरीत बुद्धि: नंदी
स्वामी प्रसाद मौर्या के इस्तीफे के कुछ देर बाद ही मंत्री नंद गोपाल नन्दी ने ट्वीट (Tweet) कर कहा कि सपा में शामिल होने का आपका फैसला विनाशकाले विपरीत बुद्धि जैसा है। अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) की डूबती नाव की सवारी स्वामी प्रसाद जी के लिए राजनैतिक आत्महत्या जैसा आत्मघाती निर्णय साबित होगा। भाजपा राष्ट्र को सर्वोपरि मानने वाली विचारधारा का नाम है। अवसरवादियों और परिवारवादियों के लिए सपा ही सही ठिकाना है! उन्होंने कहा कि जय श्रीराम, जय भाजपा, तय भाजपा…।

इधर, सपा मुखिया अखिलेश यादव द्वारा स्वामी प्रसाद के साथ तस्वीर साझा करते हुए उनका और समर्थकों का पार्टी में स्वागत भी कर दिया। इसके बावजूद स्वामी प्रसाद और उनकी बेटी संघमित्रा ने अभी सपा में शामिल होने की बात को खारिज करते हुए दो दिन बाद फैसला लेने की बात कही।

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