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इंदौर ने फिर डराया, दिल्ली भेजे गए 106 सेंपल में से यूके स्ट्रेन के 6 नए मामले मिले

इंदौर। इंदौर के लिए डराने वाली खबर है। लगातार बढ़ते कोरोना के प्रकोप के बीच अब नए स्ट्रेन ने दस्तक दे दी है। 20 फरवरी को जांच के लिए दिल्ली भेजे गए 106 सैंपल्स में से 6 में यूके स्ट्रेन की पुष्टि हुई है। ये मरीज 10 से 15 फरवरी के बीच मिले थे। संभागायुक्त डॉ. पवन शर्मा ने इसकी पुष्टि करते हुए बताया कि यह वैरियंट ज्यादा तेजी से फैलता है। इसलिए खतरा है कि कोरोना ज्यादा तेजी से फैल सकता है। इसलिए रोको-टोको अभियान को तेजी और ताकत से लागू करना होगा।

उन्होंने कहा कि मामले में सीएम ने बैठक लेकर इसे सख्ती से रोकने के निर्देश दिए हैं। तीन दिन तक संक्रमण की स्थिति को देखेंगे, यदि संक्रमण कम नहीं होता है तो नाइट कर्फ्यू पर विचार किया जाएगा। बता दें कि इसके पहले विदेश से आए दो लोगों में वङ स्ट्रेन की पुष्टि हुई थी।

कोविड नोडल अधिकारी अमित मालाकार ने बताया कि हमने नए स्ट्रेन का पता लगाने के लिए दिल्ली सैंपल भेजे थे। जिनमें नए स्ट्रेन मिले हैं, उनके संपर्क में आने वालों की हिस्ट्री खंगाली जा रही है। इनमें से राजेंद्र नगर का एक, तेजाजी नगर इलाके के तीन, पलासिया क्षेत्र का एक वहीं, प्रेम नगर इलाके का एक पेंशेंट शामिल हैं। स्ट्रेन 10 से लेकर 40 साल के उम्र तक के मरीजों में पाया गया है। ये सभी पुरुष हैं और संक्रमण के बाद होम आइसोलेशन में हैं। इसमें से किसी भी मरीज की विदेश आने-जाने की हिस्ट्री नहीं है। ये मरीज 10 से 15 फरवरी के बीच संक्रमित पाए गए थे।

कोरोना वायरस में बदलाव को देखते हुए भेजे थे सैंपल: संभागायुक्त डॉ. पवन कुमार शर्मा ने सिक्वेंसिंग के लिए सैंपल भेजने के आदेश दिए थे। उन्होंने कहा कोरोना खत्म नहीं हुआ, बल्कि नए केस आ रहे हैं। इसके बाद अलग-अलग लेबोरेटरी से चुने गए सौ सैंपल दिल्ली भेजे गए थे। ये सैंपल भी अलग-अलग श्रेणी के मरीजों से लिए गए थे। डॉ. सलिल साकल्ले ने पिछले 6 दिनों में सामने आए कोरोना के मामलों का मैपिंग डाटा प्रस्तुत किया था। दोबारा संक्रमित होने तथा संक्रमितों में एंटी बॉडी लेवल पर भी चर्चा की गई थी। संभागायुक्त ने जिले के एक्टिव कोरोना केस में सिम्टोमेटिक, होम आइसोलेट तथा अस्पताल में इलाज करवा रहे लोगों की जानकारी लेने के भी निर्देश दिए थे।

अचानक हुई मौत के सैंपल भी भेजे गए:

दिल्ली भेजे गए सैंपल के लिए अलग-अलग केस चुने गए। सोडानी डाइग्नोस्टिक से लिए 51 सैंपल ए-सिम्टोमेटिक या अत्यंत कम लक्षण वाले मरीजों के थे। एमजीएम से लिए गए 27 सैंपल उन मरीजों के थे, जिनकी मौत अचानक आए हार्ट अटैक के कारण हुई थी। सेंट्रल लैब से 17 सैंपल लिए गए थे। बुरहानपुर से भी अचानक हुई मौत वाले 3 सैंपल भेजे गए थे।

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