सियाम प्रमुख बोले- अर्धचालकों की कमी घरेलु उद्योगों के लिए अच्छा अवसर
नयी दिल्ली। वाहन विनिर्माताओं के संगठन सियाम (auto component manufacturing industry-SIAM) के अध्यक्ष केनिची आयुकावा (Kenichi Ayukawa) ने गुरुवार को कहा कि अर्धचालकों (Semiconductors) की कमी वाहन उद्योग (Automobile Industry) के लिए एक बड़ी चुनौती है, लेकिन यह स्थिति घरेलू ऑटो कलपुर्जा कंपनियों के लिए एक बड़ा अवसर भी बन सकती है।
भारतीय वाहन कलपुर्जा विनिर्माता संघ (एसीएमए) (Automotive Component Manufacturers Association of India (ACMA) के वार्षिक सत्र में आयुकावा, जो मारुति सुजुकी इंडिया के प्रबंध निदेशक और सीईओ भी हैं, ने कहा कि वाहन खंड के साथ ही विभिन्न क्षेत्रों में प्रौद्योगिकी आधारित उपकरणों की मांग कई गुना बढ़ गई है।
उन्होंने कहा, ‘‘कोविड-19 (Covid-19) की चुनौती वैश्विक स्तर पर जारी है। अलग-अलग क्षेत्रों में अलग-अलग समय पर इसका असर हो रहा है। वैश्विक आपूर्ति श्रृंखला पहले से ही बहुत जटिल है, और ऐसे व्यवधान चुनौतियों को बढ़ा देते हैं। इसलिए हमें बढ़ती चुनौतियों के साथ तालमेल बिठाना होगा।’’
आयुकावा ने कहा कि वैश्विक स्तर पर अर्धचालकों की आपूर्ति श्रृंखला कई कारणों से जोखिम में है और इसने पिछले साल से घरेलू ऑटो उद्योग को प्रभावित किया और यह एक बड़ी चुनौती बनी हुई है।
उन्होंने जोड़ा, ‘‘अर्धचालकों की कमी एक चुनौती लगती है, लेकिन यह एक अवसर भी लाती है। जाहिर तौर पर अर्धचालकों के विनिर्माण के लिए बहुत बड़े निवेश की जरूरत है। अकेले भारतीय ऑटोमोबाइल उद्योग अर्धचालक परियोजनाओं में इस तरह के निवेश की पूर्ण व्यवहार्यता का भरोसा नहीं दे सकता है। इसलिए सभी क्षेत्रों में समेकन की जरूरत है।’’
उन्होंने कहा कि इस गंभीर चुनौती को देखते हुए सरकार कुछ दीर्घकालिक उपाय कर रही है और उम्मीद है कि वैश्विक निवेशक (Global Investor) भारत में इस अवसर का लाभ उठाएंगे।