जब जज रोज अदालत जा सकते हैं तो वकील क्यों नहीं, यह बोल SC ने वकीलों को खूब लताड़ा
नई दिल्ली। सुप्रीम कोर्ट (Supreme Court) ने वकीलों को बड़ी फटकार लगाई है। दरअसल शीर्ष अदालत ने वकीलों (lawyers) को कोर्ट में पेश होकर बहस करने पर जोर देते हुए कहा कि जब हर दिन जज अदालत में आ रहे हैं तो भला वकीलों को अदालत आने में क्या परेशानी हो रही है। जस्टिस अजय रस्तोगी (Justice Ajay Rastogi) और जस्टिस बीवी नागरत्ना (Justice BV Nagarathna) की वेकेशन बेंच ने कहा कि बेहतर होगा कि वकील जज के सामने पेश होकर अपने केस पर बहस करें।
बेंच ने कहा, हम हर दिन अदालत में आ रहे हैं तो आप भी आ सकते हैं और अपने मामलों पर बहस कर सकते हैं। अदालत में वकीलों के फिजिकल प्रेजेंटेशन (physical presentation) से केस की बहस में सुविधा होगी और हमें इससे मदद मिलेगा। बता दें कि इससे पहले बेंच ने वरिष्ठ वकील मुकुल रोहतगी (Mukul Rohatgi) के उस मामले की सुनवाई करने से इनकार कर दिया था, जिसमें उन्होंने वर्चुअल तरीके से सुनवाई करने की मांग की थी।
पीठ ने कहा कि जब आप अदालत कक्ष में नहीं हैं तो हम आप पर ध्यान क्यों दें। अन्य अधिवक्ता अवकाश के दौरान यहां हैं। रोहतगी ने उसके बाद मामले को कल तक के लिए स्थगित करने का अनुरोध किया और कहा कि वे कल कक्ष में उपस्थित होकर दलीलें देंगे। पीठ ने कहा कि न्यायाधीश रोजाना अदालत आ रहे हैं और उचित होगा कि मुकदमों में दलीलें पेश करने के लिए अधिवक्ता भी अदालत आएं। पीठ ने कहा अदालत कक्ष में मौजूद अधिवक्ताओं पर हम ध्यान देंगे।