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आजाद बोले- हिन्दुत्व की तुलना आतंकी संगठनों से करना गलत, खुर्शीद ने तीखी टिप्पणी कर कही यह बात

नई दिल्ली। सलमान खुर्शीद (salman khurshid) की नई किताब (new book) में हिन्दुत्व की तुलना आईएसआईएस और बोको हरम जैसे आतंकवादी संगठनों (Comparison of Hindutva with terrorist organizations like ISIS and Boko Haram) से की गई है। जिसको लेकर विवाद लगातार बढ़ता जा रहा है। सबसे पहले भाजपा आईटी सेल के प्रभारी अमित मालवीय (Amit Malviya, in-charge of BJP IT Cell) ने खुर्शीद को अपने निशाने लिया। इसके कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री गुलाम नबी आजाद (Former Chief Minister of Jammu and Kashmir Ghulam Nabi Azad) ने खुर्शीद की हिन्दुत्व से टिप्पणी को लेकर असहमति जताई और कहा कि हिन्दुत्व की तुलना इन आतंकी सगठनों से करना गलत और अतिशयोक्ति (wrong and exaggeration) है।

आजाद ने खुर्शीद की पुस्तक का उल्लेख करते हुए ट्वीट (Tweet) किया, हम भले ही हिंदुत्व को हिंदू धर्म की मिलीजुली संस्कृति से अलग एक राजनीतिक विचारधारा मानकर इससे असहमति जताएं, लेकिन हिंदुत्व की तुलना आईएसआईएस और जेहादी इस्लाम (ISIS and Jihadi Islam) से करना तथ्यात्मक रूप से गलत और अतिशयोक्ति है। अब इस पर खुद सलमान खुर्शीद ने प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा है कि मैं उनसे (आजाद से) किसी बहस में नहीं पड़ना चाहता।





बहस में नहीं पड़ना चाहता
खुर्शीद ने आगे कहा कि ये उन्हें बढ़ा-चढ़ाकर पेश किया गया लग सकता है, लेकिन यह मुझे बिल्कुल भी बढ़ाया-चढ़ाया नहीं लगता। खुर्शीद ने आगे कहा, मैं उनसे (आजाद) से किसी बहस में नहीं पड़ना चाहता, क्योंकि मुझे लगता है कि उन्होंने यह सब एक आकस्मिक क्षण में कहा होगा और इस पर कोई गंभीर विचार नहीं किया होगा। लेकिन अगर उन्होंने ऐसा कहा है तो हम उनकी कही बात का सम्मान करते हैं। वे एक वरिष्ठ नेता हैं। लेकिन इससे मेरी सोच नहीं बदलेगी।

किताब में लिखी बातों पर सफाई देते हुए खुर्शीद ने कहा- मैंने इन लोगों (हिंदुत्व वालों को) आतंकवादी नहीं बता रहा। मैंने सिर्फ यह कहा है कि वे धर्म का रूप बिगाड़ने में काफी एक जैसे हैं। जो हिंदुत्व ने किया है, उसने सनातन धर्म को किनारे कर दिया और हिंदुवाद और हिंदुत्व ने बोको हरम और आईएस जैसी मजबूत और आक्रामक स्थिति बना ली है। कांग्रेस नेता ने कहा, मैं इस तुलना में किसी और के बारे में नहीं सोच पाता। मैंने सिर्फ यह कहा कि वे काफी समान हैं। सिर्फ इतना ही। इसका हिंदुवाद से कोई लेना-देना नहीं। हिंदुत्व सिर्फ धर्म को तोड़-मरोड़ को पेश करने जैसा है।

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