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अजय मिश्र के इस्तीफे को लेकर अड़ा विपक्ष: : राहुल बोले- जिस मंत्री ने किसानों को मारा, उसे पद से देना चाहिए इस्तीफा

नई दिल्ल। लखीमपुर खीरी हिंसा मामले (Lakhimpur Kheri violence case) में एसआईटी की रिपोर्ट (SIT report) आने के बाद राहुल गांधी (Rahul Gandhi) के साथ विपक्ष के कई नेताओं (many opposition leaders) ने केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा टेनी (Union Minister of State for Home Ajay Mishra Teni) के इस्तीफे (resignation) की मांग तेज कर दी है। इसको लेकर आज जैसे ही लोकसभा की कार्यवाही शुरू हुई। वैसे विपक्षी दलों ने मिश्र के इस्तीफे को लेकर हंगामा शुरू कर दिया। विपक्ष के हंगामे के चलते लोकसभा की कार्यवाही (Proceedings of Lok Sabha) दोपहर दो बजे तक स्थगित कर दी गई। हंगामे के दौरान राहुल गांधी ने भी केन्द्रीय गृह राज्यमंत्री अजय मिश्र टेनी का कड़ा विरोध किया।

राहुल गांधी ने कहा कि अजय मिश्रा एक क्रिमिनल (ajay mishra a criminal) हैं और उन्हें पद से इस्तीफा दे देना चाहिए। मोदी सरकार को उन्हें तत्काल बर्खास्त करना चाहिए। उसने किसानों को मारा (kill the farmers) है। उन्होंने कहा कि ऐसे मंत्री तुरंत इस्तीफा दें। उस घटना में मंत्री की भी संलिप्तता रही है। उस घटना के बारे में कहा जा रहा है कि वह एक साजिश थी। जिस मंत्री ने किसानों को मारा है, उसे पद से इस्तीफा (Resignation) देना चाहिए और उसे सजा मिलनी चाहिए।’





तृणमूल कांग्रेस सांसद सुष्मिता देव ने दिया स्थगन प्रस्ताव
तृणमूल कांग्रेस सांसद सुष्मिता देव (TMC MP Sushmita Dev) ने लखीमपुर खीरी में किसानों की मौत पर चर्चा करने के लिए आज 16 दिसंबर को सुबह 11 बजे, दोपहर 12 बजे और दोपहर 2 बजे नियम 267 के तहत कामकाज स्थगित करने की मांग की। इसके अलावा कांग्रेस सांसद दीपेंद्र सिंह हुड्डा (Congress MP Deepender Singh Hooda) ने लखीमपुर खीरी कांड को लेकर राज्यसभा में स्थगन प्रस्ताव नोटिस दिया और मांग की कि सरकार मंत्री अजय टेनी का इस्तीफा तुरंत ले।

मंगलवार को लखीमपुर खीरी कांड में एसआईटी की रिपोर्ट आई थी, जिसमें कहा गया है कि यह एक हादसा नहीं था बल्कि सुनियोजित साजिश थी। इसके बाद से ही अजय मिश्रा पर सवालों की बैछार तेज हो गई है। बुधवार को इसी मामले में उनसे पत्रकारों ने लखीमपुर खीरी में सवाल पूछा लिया था, जिस पर वह भड़क गए थे। उन्होंने पत्रकार पर झपटते हुए गालियां तक दे डालीं और कहा कि तुम जैसे लोगों ने ही एक निर्दोष को दोषी बना दिया है। इस घटना के बाद से अजय मिश्रा पर विपक्ष के हमले और तेज हो गए हैं और उन्हें पद से हटाने की मांग संसद में भी गूंज रही है।

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