लखीमपुर हिंसा में मारे गए किसानों के अरदास में शामिल होने प्रियंका रवाना, टिकैत बोले- मंच में नहीं मिलेगी जगह
लखीमपुर। केंद्र सरकार (central government) के तीन विवादास्पद कृषि कानूनों (Three controversial agricultural laws) का विरोध कर रहे किसान हाल में लखीमपुर खीरी हिंसा (Lakhimpur Kheri violence) में मारे गए चार किसानों को श्रद्धांजलि देने के लिए आज शहीद किसान दिवस (Martyr Farmer’s Day) मना रहे हैं। इस दौरान मारे गए किसानों के अंतिम अरसाद भी की जाएगी। वहीं अरदास में शामिल होने के लिए कांग्रेस नेत्री प्रियंका गांधी (Priyanka Gandhi) लखीमपुर खीरी के लिए रवाना हो चुकी हैं। वहीं किसान नेता राकेश टिकैत (Farmer leader Rakesh Tikait) ने कहा कि अंतिम प्रार्थना में किसान नेताओं के साथ मंच साझा करने की अनुमति नहीं दी जाएगी।
बतों दे कि प्रियंका गांधी उत्तरप्रदेश (Uttar Pradesh) में अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव (Assembly elections) को लेकर अपनी तैयारियों में जुटी हुर्इं और वह कोई भी मौका अपने हाथ से नहीं जाने देना चाहती हैं। यही वजह है कि उन्होंने बिना समय गंवाए अपने भाई और पार्टी के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी (Rahul Gandhi) के साथ लखीमपुर कांड के पीड़ितों से मिलने की योजना बना ली। आज वहां हिंसा में मारे गए किसानों का अंतिम अरदास है। प्रियंका गांधी भी इसमें शामिल होने के लिए लखीमपुर खीरी पहुंच रही हैं।
संयुक्त किसान मोर्चा (SKM) के एक बयान में कहा गया है कि आज संयुक्त किसान मोर्चा के आह्वान पर शहीद किसान दिवस मनाया जाएगा। लखीमपुर खीरी नरसंहार के शहीदों का अंतिम अरदास कल तिकुनिया के साहेबजादा इंटर कॉलेज में होगा. इसके लिए तैयारियां कर ली गईं हैं। श्रद्धांजलि सभा में हजारों किसानों के शामिल होने की उम्मीद है।
आपको बता दें कि लखीमपुर-खीरी के तिकुनिया में अंतिम अरदास और अस्थि कलश यात्रा को लेकर सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी गई है। इसके लिए पर्याप्त पुलिस फोर्स लगाए गए हैं। पीएसी, पैरामिलिट्री, आरएपफ और एसएसबी को भी शहर से लेकर तिकुनिया तक मुस्तैद किया गया है। ड्रोन कैमरों से निगरानी रहेगी।