चंडीगढ़। हरियाणा विधानसभा चुनाव के कल यानि मंगलवार को नतीजे आएंगे। हालांकि एग्जिट पोल्स में कांग्रेस सरकार बनाती दिख रही है। पोल्स में जहां कांग्रेस को 40 से 50 सीटें जीतती दिख रही है। वहीं सत्तारूढ़ दल भाजपा सिर्फ को 20 से 25 ही जीत मिलती बताया गया है। एग्गिज पोल्स आने के बाद हरियाणा कांग्रेस के दिग्गजों ने सीएम बनने के लिए लाबिंग भी शुरू कर दी है। राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री और पार्टी के दिग्गज नेता भूपेन्द्र सिंह हुड्डा सबसे ज्यादा सक्रिय दिखाई दे रहे हैं। इतना नहीं, उन्होंने कल यानि रविवार को पूरा दिन लाबिंग ही करते रहे। एक तरफ जहां उन्होंने जीत की राह पर खड़े उम्मीवारों से फोन लगाकर बात की। वहीं दूसरी ओर सभी प्रत्याशियों की रिपोर्ट भी ली।
हुड्डा के अलावा सीएम पद की दावेदारी कर रही लोकसभा सांसद कुमारी सैलजा राज्यसभा सांसद रणदीप सुरजेवाला भी सक्रिय हो गए हैं। सैलजा ने जहां राजस्थान स्थित सालासर धाम पहुंचकर माथा टेका तो वहीं राज्यसभा सांसद रणदीप सुरजेवाला केदारनाथ धाम पहुंच गए हैं। बता दें कि सैलजा तो लगातार दावेदारी जता रही हैं। गौरतलब है कि कांग्रेस हाईकमान ने हरियाणा में मुख्यमंत्री चेहरा घोषित नहीं कर रखा है। रणनीति के तहत बिना चेहरे के ही चुनाव लड़ा गया। हालांकि, पूर्व सीएम भूपेंद्र सिंह हुड्डा पहले दो बार सीएम रह चुके हैं और तीसरी बार के लिए भी मजबूत दावेदार हैं। कुमारी सैलजा मतदान से पहले ही सोनिया गांधी से मुलाकात कर चुकी हैं। हुड्डा और सुरजेवाला भी जल्द ही हाईकमान के दरबार भी पहुंच सकते हैं। सूत्रों की मानें तो हुड्डा रविवार की शाम दिल्ली रवाना भी हो गए हैं।
उठापटक के बीच हिसार सांसद ने दिया बड़ा बयान
सीएम पद को लेकर उठापटक के बीच, हिसार से कांग्रेस के सांसद जेपी ने कहा कि कांग्रेस में सिस्टम है, सीएम बनाने को लेकर विधायकों से अनुशंसा ली जाती है। उन्होंने कहा, इस समय प्रदेश में एक ही नेता है जो जननायक है और जनता का नेता है, उनका नाम है भूपेंद्र सिंह हुड्डा। इसमें कोई दोराय नहीं है कि कांग्रेस हाईकमान उनको ही आगे बढ़ाएगा। कांग्रेस के दिग्गजों का सक्रिय होने का सबसे बड़ा कारण यह भी है कि 2005 के चुनाव में चौधरी भजन लाल के नाम पर चुनाव लड़ा गया था और कांग्रेस की 67 सीटें आई थी। उस समय हाईकमान ने भजनलाल को छोड़कर भूपेंद्र सिंह हुड्डा को सीएम बनाया। हाईकमान इस बार भी उसी तर्ज पर कोई फैसला न ले, इसलिए हुड्डा पहले से ही सतर्क हैं और हाईकमान के नेताओं को साधने में जुटे हैं। सूत्रों का दावा है कि अगर हाईकमान बदलाव को लेकर कोई फैसला लेता है तो हुड्डा विधायकों की अनुशंसा का पासा फेंक सकते हैं। 72 टिकटें हुड्डा के समर्थकों को मिली हैं, ऐसे में अगर 50 या 55 विधायक आते हैं तो इनमें से 40 विधायक हुड्डा को ही कुर्सी पर पसंद करेंगे।
हुड्डा ने पूरे हरियाणा में की 75 जनसभाएं
पिछले पांच साल में हुड्डा अभी तक हाईकमान की ओर से फ्री हैंड रहे हैं। पहले हुड्डा अपने समर्थक चौधरी उदयभान को प्रदेशाध्यक्ष बनाने में कामयाब रहे। लोकसभा और विधानसभा चुनाव में भी उनके ही समर्थकों को टिकट मिले। कांग्रेस के चार सांसद उनके साथ हैं। अगर विधानसभा चुनाव में स्टार प्रचार की बात करें तो पिता पुत्र हुड्डा ही प्रदेशभर में घूमते दिखे। हुड्डा ने पूरे हरियाणा में 75 जनसभाएं की और दीपेंद्र हुड्डा ने 85 से ज्यादा कार्यक्रम किए। दोनों ने 70 से अधिक विधानसभा क्षेत्र नापे। दीपेंद्र हुड्डा की पीठ राहुल गांधी, प्रियंका गांधी और खरगे भी थपथपा चुके हैं।