हनुमान जयंती पर बन रहा है नौ का योग, जानिए क्या
27 अप्रैल को श्री हनुमान जयंती मनाई जाएगी। इस वर्ष जैसा योग कई वर्षों में बनता है। चैत्र मास की पूर्णिमा के दिन हनुमान जयंती मनाई जाती हैं। । चैत्र शुक्ल पूर्णिमा, दिन मंगलवार और स्वाति नक्षत्र ,सिद्धि योग में हनुमान जयंती बहुत ही पुण्य दायक है। इसके अलावा कल 27: 04: 2021 है। अंक शास्त्र के आधार पर 27 तारीख का पूर्णांक नौ होता है और 27:04:2021= 9+4+5=18=1+8= 9 का भी पूर्णांक नौ ही होता है। अंकों के स्वामी के अनुसार नौ अंक का स्वामी मंगल है,और कल दिन भी मंगलवार है। कहा जाता है कि हनुमान जी का जन्म चैत्र शुक्ल पूर्णिमा दिन मंगलवार को ही हुआ था। इस बार इस तिथि को यह जयंती योग बन रहा है। पूर्णिमा भी इस दिन नौ बजे तक ही है। ऐसे में नौ का महत्व मंगलवार के दिन बहुत उत्तम है। कोरोना संक्रमण के कारण इस बार मंदिरों में कोई भी आयोजन नही किया जाएगा ।
हनुमान जयंती पर शनि मकर राशि में
इस साल हनुमान जयंती पर कई विशेष संयोग बन रहे हैं। ग्रहों की बात करें तो इसस साल शनि हनुमान जयंती पर मकर राशि में रहेगा। सूर्य, बुध और शुक्र का योग मेष राशि बना हुआ है। हनुमान जी (Hanuman Ji) एक ऐसे देवता हैं जो कलयुग में भी पृथ्वी पर विराजमान हैं। भगवान हनुमान की पूजा आराधना करने से मनुष्य हर प्रकार के भय से मुक्त हो जाता है। इस दिन हनुमान जी को प्रसन्न करने के लिए भक्त, रामायण, रामचरित मानस का अखंड पाठ, सुंदरकांड का पाठ, हनुमान चालीसा, बजरंग बाण, हनुमान बाहुक का पाठ करते हैं। इस दिन वास्तु के हिसाब से किए गए उपायों से बजरंग बली प्रसन्न होते हैं।
हनुमान जयंती 2021 पूजा मुहूर्त-
पूर्णिमा तिथि प्रारंभ- 26 अप्रैल 2021 की दोपहर 12 बजकर 44 मिनट से
पूर्णिमा तिथि का समापन – 27 अप्रैल 2021 की रात्रि 9 बजकर 01 मिनट पर
कैसे करें हनुमान जी का पूजन
हनुमान जी को केसरी रंग भाता है। इसलिए उनकी पूजा में केसरी रंग का अधिक प्रयोग होगा. साफ लाल कपड़ा बिछाएं. हनुमान जी के साथ श्री राम जी का चित्र रखें।
हनुमान जी को लाल सिंदूर और चोला अर्पित करें। पहले भगवान राम का पूजन करें. उन्हें फूल, फल आदि अर्पित करें।
इसके बाद हनुमान चालीसा का पाठ करें।हनुमान जी को फूल, मिठाई अर्पित करें।
हनुमान जी को खुश करने के लिए चमेली के तेल का उपयोग करें। उन्हें चमेली का तेल अर्पित करें और जीवन से सभी कष्ट दूर करने की प्रार्थना करें।
हनुमान जी की पूजा लाल सिंदूर से की जाए तो हर बिगड़ा काम बन जाता है। कहा जाता है राम जी की लम्बी उम्र के लिए एक बार हनुमान जी अपने पूरे शरीर पर सिंदूर चढ़ा लिया था और इसी कारण उन्हें और उनके भक्तो को सिंदूर चढ़ाना बहुत अच्छा लगता है, जिसे चोला कहते है।