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जो का दावा झूठा! ड्रोन स्ट्राइक में जवाहिरी के साथ मारे गए थे हक्कानी के भी लोग

नई दिल्ली। अमेरिका ने बीते दिनों आफगानिस्तान की राजधानी काबुल में छिपे अल कायदा के सरगना अयमान अल जवाहिरी को ड्रोन स्ट्राइक कर ढेर कर दिया है। तब अमेरिका द्वारा दावा किया गया था इस के हमले में सिर्फ जवाहिरी मारा गया है, जबकि कुछ लोगों को चोटें आई है, लेकिन अब दावा किया जा रहा है कि इस हमले में अलकायदा के करीबी हक्कानी के परिवार के सदस्य भी मारे गए हैं। यह दावा अफगानिस्तान के राजदूत मोहम्मद जहीर अघबर ने किया है।

अघबर ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि अमेरिका द्वारा बीते दिनों किए गए ड्रोन स्ट्राइक में जवाहिरी ही नहीं, बल्कि हक्कानी के परिवार के भी सदस्यों की मौत हुई है। उन्होंने यह भी दावा किया की जिस घर पर हमला किया गया था वह हक्कानी का ही था। बता दें कि हक्कानी नेटवर्क जलालुद्दीन हक्कानी द्वारा स्थापित एक इस्लामी आतंकवादी संगठन है। जलालुद्दीन के बारे में कहा जाता है कि वह सोवियत विरोधी युद्ध के दौरान विद्रोही कमांडर के रूप में उभरा था।

अफगानिस्तान के राजदूत ने यह बड़ा दावा ऐसे समय किया है, जबकि अफगानी दूत का यह दावा ऐसे समय में किया गया है जब अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन ने अपने संबोधन में कहा था कि ड्रोन हमले में परिवार के किसी सदस्य को चोट नहीं पहुंची। अमेरिकी के राष्ट्रपति ने कहा था कि सेना के आपरेशन में अल-जवाहिरी के परिवार के किसी भी सदस्य को चोट नहीं आई और न ही कोई नागरिक हताहत हुआ।





हक्कानी की हत्या अफगान के लिए नहीं महत्वपूर्ण
अफगान दूत के अनुसार, सिराजुद्दीन हक्कानी और अन्य शीर्ष नेता काबुल में सुरक्षित घरों को छोड़कर कहीं और चले गए हैं। उन्होंने कहा कि कई आतंकवादी समूह अभी भी अफगानिस्तान में मौजूद हैं। अफगान दूत ने कहा, अयमान अल-जवाहिरी की हत्या अफगानिस्तान के लोगों के लिए महत्वपूर्ण नहीं है। हमारे लिए जो महत्वपूर्ण है वह यह कि अंतरराष्ट्रीय समुदाय को पता चले कि तालिबान के संरक्षण में अफगानिस्तान में आतंकवाद बढ़ रहा है।

राजदूत ने पकिस्तान पर लगाए गंभीर आरोप
अल-कायदा नेताओं के ठिकाने का खुलासा करने में पाकिस्तान की संलिप्तता पर बोलते हुए, अफगान दूत ने कहा कि चूंकि अमेरिका के पाकिस्तान के साथ बहुत ‘अच्छे’ संबंध हैं, इसलिए वह अफगानिस्तान के भीतर बहुत सी चीजों तक आसानी से पहुंच सकता है। राजदूत ने कहा, पाकिस्तान अमेरिका का रणनीतिक साझेदार है। उन समूहों की सराहना करनी चाहिए जिन्होंने अमेरिका को जवाहिरी के ठिकाने की जानकारी दी। इसने तालिबान का पदार्फाश किया है।

लादेन की मौत के अल कायदा का सरगना बना था जवाहिरी
दरअसल अयमान अल जवाहिरी अमेरिकी कार्रवाई में ओसामा बिन-लादेन के मारे जाने के बाद अल-कायदा का सरगना बना था। अमेरिका पर 9/11 हमलों की साजिश अल-जवाहिरी और ओसामा बिन-लादेन ने मिलकर रची थी। ओसामा बिन-लादेन को ह्ययूएस नेवी सील्सह्ण ने दो मई 2011 को पाकिस्तान में एक अभियान में मार गिराया था। खुफिया विभाग के एक वरिष्ठ अधिकारी के अनुसार, अल-जवाहिरी जिस घर में मारा गया वह तालिबान के शीर्ष सरगना सिराजुद्दीन हक्कानी के एक शीर्ष सहयोगी का है।

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