भोपाल में पांच लोगों के सुसाइड का मामला: सख्त हुए शिवराज, बोले- घटना ह्रदय विदारक, सूदखोरों के खिलाफ सख्त हो कार्रवाई
भोपाल। भोपाल के आनंदनगर (Bhopal’s Anandnagar) इलाके में गुरुवार रात सूदखोरों-साहूकारों (moneylenders) से तंग आकर एक ही परिवार के पांच लोगों द्वारा जहर पीने (drinking poison) की घटना के बाद मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान (Chief Minister Shivraj Singh Chouhan) सख्त हो गए हैं। इस बीच अवैधानिक तरीके से चल रही साहूकारी और सूदखोरी की गतिविधियों पर नियंत्रण के लिए शिवराज ने अपने निवास पर आपात बैठक बुलाई। बैठक में मुख्य सचिव इकबाल सिंह बैंस, अपर मुख्य सचिव गृह डॉ. राजेश राजौरा, पुलिस महानिदेशक विवेक जौहरी समेत कई अन्य अधिकारी मौजूद थे।
अफसरों के साथ बैठक में सीए ने कहा कि सूदखोरों-साहूकारों द्वारा मनमाना ब्याज (random interest) लिए जाने से घटित कल की घटना ह्रदय विदारक और असहनीय है। सीएम ने विभत्स घटना को गंभीरता से लेते हुए अवैधानिक रूप से सूदखोरी का काम करने वाले लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने के निर्देश दिए। साथ ही कहा कि सूदखोरों-साहूकारों की गतिविधियों पर सघन निगरानी रखी जाएगी।
सीएम ने आगे कहा कि मनमाने ब्याज की दरों पर सूदखोर-साहूकार बिना किसी लाइसेंस के लोग ऋण देते हैं और वसूली के लिए लोगों को मानसिक रूप से प्रताड़ित करते हैं। दिए गए पैसे से कई गुना अधिक वसूला जाता है। ऐसी गतिविधियों पर सख्ती से अंकुश लगाने के लिए अभियान चलाने की आवश्यकता है। लाइसेंस (License) लेकर नियम अनुसार निर्धारित ब्याज दर पर विधिवत ऋण देने संबंधी कार्य करने वालों के संबंध में कोई आपत्ति नहीं है, लेकिन ऋण देकर जोर-जबरदस्ती पैसे वसूलना और आत्महत्या के लिए विवश कर देना, यह असहनीय है।
वहीं उन्होंने कहा कि ऐसे मामलों में जनजातियों के लिए कानून है। अन्य समुदाय के साथ हो रही इस प्रकार की गतिविधियों के लिए अभियान चलाने की आवश्यकता है। सभी संबंधित विभाग इस संबंध में परस्पर समन्वय से ठोस कार्यवाही सुनिश्चित करें। CM कहा कि यह आंकलन किया जाए कि वर्तमान में कितने व्यक्ति ब्याज पर पैसा चलाने की गतिविधि के लिए पंजीकृत हैं। जो व्यक्ति अपंजीकृत रूप से यह गतिविधियां संचालित कर रहे हैं उनकी जानकारी एकत्र की जाए।