सीपीआई का यू टर्म नार्म: दो बार चुनाव जीत चुके विधायकों को नहीं मिलेगा टिकट, बगावत के आसार

तिरुवनंतपुरम। केरल हमेशा से नए बदलावों के लिए जाना जाता है। राज्य के विधानसभा चुनाव में भी ऐसा प्रयोग होने जा रहा है, जो देश के किसी भी राज्य में किसी भी पार्टी ने नहीं किया है। यह प्रयोग सत्तारूढ़ सीपीआई (एम) करने जा रही है। लेफ्ट पार्टी पहली बार टू टर्म नॉर्म लेकर आई है। इसके तहत लगातार दो बार चुनाव जीत चुके विधायकों को टिकट नहीं दिया जाएगा। इस नियम के चलते 25 विधायकों का टिकट कटेगा।
नए नियम पर सीपीआई (एम) पोलित ब्यूरो के सेक्रेटेरिएट की मुहर भी लग चुकी है। इस नियम से जिन विधायकों के टिकट कटेंगे, उनमें 5 मंत्री और विधानसभा स्पीकर भी शामिल हैं। टिकट कटने वालों में पांच विधायक ऐसे हैं, जो छह बार से जीत रहे थे। एक विधायक 5 बार से, तीन विधायक 4 बार से और चार विधायक 3 बार से जीत रहे थे।
इस नियम को सीपीआई (एम) की स्टेट कमेटी लेकर आई है। इससे राज्य के कई हिस्सों में पार्टी कैडर के लोग नाराज भी हैं, क्योंकि उनके फेवरेट नेताओं का टिकट काटा जा रहा है। कुछ कमेटी के नेता भी इससे सहमत नहीं हैं, लेकिन इस पर सीपीआई (एम) नेता और मुख्यमंत्री पी विजयन का कहना है कि अगले चुनाव के दौरान मैं भी टू टर्म नॉर्म के अंदर आऊंगा, इसलिए यह नियम हर किसी के लिए है।
टू टर्म नॉर्म में पहले कहा गया था कि यह नियम 2019 में आम चुनाव लड़ चुके प्रत्याशियों पर भी लागू होगा, लेकिन बाद में लोकसभा चुनाव को इससे बाहर कर दिया गया। मुख्यमंत्री पी विजयन पांच बार विधायक रह चुके हैं। वे लगातार दो बार चुनाव नहीं जीते हैं, इसलिए इस नियम के दायरे में नहीं आते।
जिन बड़े नेताओं के टिकट काटे गए हैं, उनके इलाकों में इस नियम का विरोध हो रहा है। कई विधायकों के समर्थन में पोस्टर वॉर शुरू हो चुका है। कम्युनिस्ट हार्ट लैंड कन्नूर में मंत्री पी जयराजन का टिकट काटे जाने को लेकर विरोध-प्रदर्शन भी हुए हैं। कार्यकर्ताओं ने फेसबुक पर उनके समर्थन में पीजे आर्मी कैंपेन भी शुरू कर दिया है। इस बारे में पोलित ब्यूरो मेंबर एमए बेबी कहते हैं कि ‘यह पार्टी का बहुत बोल्ड डिसीजन है, यह दूसरी पार्टियों के सामने नजीर है। इस नॉर्म के जरिए पार्टी में युवा चेहरे आगे आएंगे।’
इन मंत्रियों के टिकट काटे जा रहे हैं
पी जयराजन, एके बालन, टीएम थॉमस इसाक, जी सुधाकरन, सी रविंद्रनाथ और विधानसभा स्पीकर पी श्रीरामकृष्णन के टिकट इस नए नियम के कारण काटे जा रहे हैं। ये सभी मौजूदा लेफ्ट सरकार में मंत्री हैं। मुख्यमंत्री विजयन पांच बार विधायक रह चुके हैं। केके शैलेजा तीन बार विधायक रह चुकी हैं। जे मर्सिकुट्टी अम्मा तीन बार विधायक रह चुकी हैं। ये सभी चुनाव लड़ रहे हैं, क्योंकि फिलहाल ये लोग लगातार दो बार से विधायक नहीं हैं। कई कार्यकतार्ओं का कहना है कि यह अजीबोगरीब नियम है। पांच बार विधायक रह चुके लोगों को इस नियम के तहत टिकट मिल रहा है। लेकिन, लगातार दो चुनाव जीतने वालों के टिकट कट रहे हैं।