सीएम शिवराज पहुंचे दिल्ली: मप्र के लिए यूरिया का कोटा बढ़ाने कृषि मंत्री तोमर से किया अनुरोध

भोपाल। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान शनिवार दोहपर बाद दिल्ली पहुंचे हैं। उन्होंने केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर और रेल मंत्री पीयूष गोयल से मुलाकात की। शिवराज ने तोमर से मध्य प्रदेश को आंवटित यूरिया का कोटा 2.50 लाख टन बढ़ाने का अनुरोध किया। इसके साथ ही नरवाई जलाने की समस्या को खत्म करने के लिए इसे काटने और भूसा बनाने की नई तकनीकी की मशीनें उपलब्ध कराने केंद्र की योजना में मध्य प्रदेश को शामिल करने के लिए पत्र दिया। इस योजना के तहत केंद्र किसानों को 80% अनुदान देता है। मुख्यमंत्री आज देर शाम बंगाल चुनाव को लेकर आयोजित बीजेपी की केंद्रीय चुनाव समिति की बैठक में भी शामिल हुए।
मुख्यमंत्री ने कहा कि मध्य प्रदेश में इस साल भी बंपर फसलें होने की उम्मीद है। खरीफ की फसल की बोनी के दौरान किसानों को यूरिया और खाद की कमी ना हो, इसके लिए केंद्रीय कृषि मंत्री से मप्र का कोटा बढ़ाने को लेकर चर्चा की है। उन्होंने बताया कि केंद्र ने मप्र के लिए 12.50 मीट्रिक टन यूरिया आवंटित करने की स्वीकृति दी है, लेकिन इसे बढ़ाकर 15 लाख मीट्रिक टन करने का अनुरोध किया गया है।
उन्होंने बताया कि केंद्र ने मप्र के लिए केंद्र ने डीएपी खाद 11 लाख मीट्रिक टन स्वीकृत कर दिया है। अब किसानों को खाद की कमी नहीं होगी। इसी तरह केंद्र ने चना, मसूर और सरसों के उपार्जन में 25% अधिक सेंट्रल पूल में लेने को लेकर चर्चा हुई। इसी तरह वेयर हाउस की कमी को दूर करने के लिए 10 लाख मीट्रिक टन क्षमता के अस्थाई कैप बनाने की अनुमति देने का अनुरोध कृषि मंत्री से किया गया है।
20 लाख टन गेहूं का उठाव करे केंद्र
शिवराज सिंह ने तोमर से कहा कि मप्र में पिछले साल का सेंट्रल पूल का करीब 20 लाख मीट्रिक टन गेहूं गोदामों में पड़ा है। जबकि मप्र में गेहूं की बंफर पैदावार हुई है। ऐसे में उपार्जित गेहूं को रखने की समस्या आ सकती है। लिहाजा केंद्र पुराने गेहूं का उठाव जल्दी से जल्दी किया जाए। इसी तरह वर्ष 2011-12 से अब तक मप्र के राशन के 4 करोड़ रुपए लंबित हैं। यह राशि जल्दी से जल्दी रिलीज करने को लेकर चर्चा हुई।
चना, मसूर व सरसों 25% अधिक उपार्जन करे केंद्र
मप्र में चना, मसूर और सरसों का उपार्जन का काम 15 मार्च से शुरू होना था, लेकिन ओलावृष्टि और बारिश के चलते इसकी तारीख बढ़ाकर 22 मार्च कर दी गई है। सरकार को उम्मीद है कि तीनों फसलों का उत्पादन 70.14 लाख मीट्रिक टन होगा। ऐसे में सरकार चाहती है कि केंद्र इन फसलों का उपार्जन 25% अधिक करे। इसको लेकर मुख्यमंत्री की कृषि मंत्री से चर्चा हुई।
बुधनी-इंदौर रेल लाइन प्रोजेक्ट स्वीकृत
मुख्यमंत्री ने रेल मंत्री पीयूष गोयल से मुलाकत कर बुधनी- इंदौर रेल लाइन प्रोजेक्ट को लेकर चर्चा की। मुख्यमंत्री ने बताया कि यह प्रोजेक्ट केंद्र सरकार ने स्वीकृत कर दिया है। इसके लिए जमीन अधिग्रहण की प्रक्रिया शुरू की जाएगी। रेल मंत्री से इसके लिए 750 करोड़ रुपए मुआवजे के लिए देने का अनुरोध किया गया है। बता दें कि बुधनी मुख्यमंत्री का विधानसभा क्षेत्र है।
इसके अलावा कोरोना के कारण बंद खजुराहो-झांसी पैसेंजर, खजुराहो उदयपुर पैसेंजर, खजुराहो-भोपाल महामना एक्सप्रेस और खजुराहो – इंदौर एक्सप्रेस को पुन: चालू कराने पर चर्चा हुई।
मप्र में फसलों का संभावित उत्पादन (मीट्रिक टन में)
चना – 58.06 लाख
मसूर – 5.48 लाख
सरसो -15. 60 लाख