सिब्बल की सियासी डिनर पार्टी में शामिल हुई 15 विपक्षी पार्टियां, गायब रहा गांधी परिवार

नई दिल्ली। संसद (Parliament) के मानसून सत्र में जहां सभी विपक्षी पार्टियां (opposition parties) एक होकर सरकार को घेरने में लगी हुई हैं तो वहीं कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व केन्द्रीय मंत्री कपिल सिब्बल (Former Union Minister Kapil Sibal) ने अपने जन्म दिन के मौके पर कल रात एक डिनर पार्टी (dinner party) आयोजित की। सिब्बल की इस डिनर पार्टी 15 से अधिक पार्टियों ने हिस्सा लिया। लेकिन सबसे खास बात यह रही कि इस डिनर पार्टी में गांधी परिवार (Gandhi family) से कोई भी व्यक्ति शामिल नहीं हुआ। बताया जा रहा है कि सिब्बल की इस डिनर बैठक में सरकार को घेरने पर भी चर्चा हुई।
कपिल सिब्बल की इस दावत में शरद पवार (Sharad pawar), लालू प्रसाद यादव (Laloo prasad Yadav), शरद यादव Sharad Yadav, अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav), सीताराम येचुरी (Sitaram Yechury), संजय राउत, (sanjay Raut) डेरेक ओ ब्रायन (Derek O’Brien) समेत अन्य कई नेता शामिल रहे। वहीं, कांग्रेस के G-23 ग्रुप के गुलाम नबी आजाद (Gulam Nabi Azad), भूपेंद्र हुड्डा (Bhupendra Hooda), आनंद शर्मा Anand Sharma, मनीष तिवारी (Manish Tewari), शशि थरूर (Shashi Tharoor), संदीप दीक्षित (Sandeep Dixit) यहां पर मौजूद रहे।
सबसे खास बात यह रही कि सिब्बल की यह पार्टी ऐसे समय दी है जब गांधी परिवार के दो सदस्य दिल्ली से बाहर थे। बता दें कि कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी (Rahul Gandhi) इस समय दो दिनी दौरे पर जम्मू-कश्मीर गए हुए हैं तो वहीं प्रियंका गांधी (Priyanka Gandhi) विदेश में हैं। इस कारण सिब्बल की यह डिनर पार्टी चर्चा का विषय बनी हुई है। लेकिन विपक्ष के कई नेता शामिल थे। क्योंकि ये दावत कपिल सिब्बल द्वारा दी गई थी, जो कि जी-23 ग्रुप के सदस्य भी हैं ऐसे में इसकी काफी चर्चा है।
बता दें कि सिब्बल सोनिया गांधी (Sonia Gandhi) को व्यापक सुधारों के लिए लिखे गए पत्र के पीछे प्रमुख प्रस्तावक थे और उन्हें उन नेताओं में से एक देखा जाता है जिनके राहुल गांधी के कामकाज से गंभीर मतभेद हैं। वहीं अब इस बैठक के बाद कांग्रेस पार्टी में ही चर्चा होने लगी है कि क्या इस तरह से बैठक बुलाना सही था। हालांकि डिनर में शामिल होने वाले कांग्रेस नेताओं ने किसी भी अटकलों को खारिज कर दिया कि यह पार्टी के आंतरिक कामकाज से संबंधित था, लेकिन उन्होंने कहा कि वे 2024 के चुनावों से पहले मजबूत विपक्षी एकता चाहते हैं।
बैठक में उठी विपक्षी एकता की बात, किसने आखिर क्या कहा?
सूत्रों के मुताबिक, दावत में सियासी तड़का लगाते हुए कपिल सिब्बल ने कहा कि भाजपा के खिलाफ एक मजबूत मोर्चे की जरूरत है. एनसीपी प्रमुख शरद पवार ने कहा कि कपिल सिब्बल जो मुद्दे उठाते हैं पार्टी के भीतर हों या बाहर, उनसे वह सहमत हैं और वह सही मुद्दे हैं. कपिल सिब्बल ने उस पर कहा कि वे पार्टी के वफादार सिपाही हैं, पार्टी के भीतर जो होता है वह पार्टी का विषय है, मगर पार्टी के बाहर विपक्ष को एकजुट रहने की जरूरत है।
डिनर में पहुंचे थे शरद पवार
राजद के लालू प्रसाद यादव ने भी इस पर हामी भरी कि विपक्ष को एकजुट रहने की जरूरत है। लालू ने कहा कि यहां जो नेता बैठे हैं उनमें वो ताकत है. कपिल सिब्बल का बखान करते हुए उन्होंने कहा कि वह हमेशा से ही जरूरत में काम आए हैं। उन्होंने कहा कि जब भी कोई मुश्किल में पड़ा है तो कपिल सिब्बल को याद किया है। सपा नेता अखिलेश यादव ने भी इस पर जोर दिया कि विपक्ष को कपिल सिब्बल, गुलाम नबी आजाद जैसे लोगों के अनुभव का सही इस्तेमाल करना चाहिए।