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शिवसेना की बढ़ीं मुश्किलें: अमरावती सांसद ने शिवसेना सांसद पर लगाया धमकी देने का आरोप, जेल में डालने की दी धमकी

नई दिल्ली। एंटीलिया केस में मुंबई पुलिस के पूर्व अफसर सचिन वाजे की गिरफ्तारी के बाद से ही महाराष्ट्र की उद्धव ठाकरे सरकार घिरी हुई है। अब एक और ऐसा मामला सामने आया है, जिससे शिवसेना की मुश्किलें बढ़ सकती हैं। दरअसल, महाराष्ट्र की अमरावती लोकसभा सीट से निर्दलीय सांसद नवनीत कौर राणा ने लोकसभा स्पीकर ओम बिरला को एक चिट्ठी लिखी है। इस चिट्ठी में उन्होंने शिवसेना सांसद अरविंद सावंत पर उन्हें धमकी देने का आरोप लगाया है। नवनीत कौर का कहना है कि संसद में उन्होंने ठाकरे सरकार पर सवाल उठाए थे, जिसके बाद अरविंद सावंत ने उन्हें जेल में डालने की धमकी दी है।

‘तेरे को भी जेल में डालेंगे…’
लोकसभा स्पीकर को लिखी चिट्ठी में नवनीत कौर राणा ने लिखा है कि मनसुख हिरेन की हत्या और सचिन वाजे के मामले को लेकर जब उन्होंने संसद में ठाकरे सरकार के खिलाफ आवाज उठाई, तो संसद की लॉबी में ही शिवसेना सांसद अरविंद सावंत ने उन्हें जेल में डालने की धमकी दे दी। उनके मुताबिक शिवसेना सांसद ने उनसे कहा कि “तू महाराष्ट्र में कैसे घूमती है, मैं देखता हूं और तेरे को भी जेल में डालेंगे।”

नवनीत ने कहा- उद्धव ठाकरे ने वाजे की बहाली के लिए दबाव बनाया था
एंटीलिया केस के बाद महाराष्ट्र के पूर्व कमिश्नर परमबीर सिंह की चिट्ठी का मामला सोमवार को संसद में उठा था। सत्ता पक्ष के साथ अमरावती से निर्दलीय सांसद नवनीत रवि राणा ने भी यह मुद्दा जोरदार ढंग से उठाया। दोनों सदनों में इस पर जमकर हंगामा हुआ। हंगामा बढ़ने के बाद शिवसेना के सांसदों ने लोकसभा से वॉक आउट कर दिया। इससे पहले केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने राज्यसभा में इस मसले को उठाया। उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र के गृह मंत्री वसूली कर रहे हैं और ये सारा देश देख रहा है। हालांकि, लोकसभा अध्यक्ष ने इसे रिकॉर्ड पर नहीं लेने के निर्देश दिए।





एंटीलिया केस पर बोलते हुए सांसद नवनीत रवि राणा ने मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे पर केस के मुख्य आरोपी मुंबई पुलिस के अधिकारी सचिन वाजे की तरफदारी करने का आरोप लगाया। नवनीत ने कहा कि जब महाराष्ट्र में देवेंद्र फडणवीस सरकार थी तब शिवसेना सुप्रीमो उद्धव ठाकरे ने उन्हें फोन कर दोबारा पुलिस सेवा में लाने की सिफारिश की थी। अमरावती सांसद ने सवाल उठाया कि आखिर 16 साल से निलंबित एक पुलिस वाले की पैरवी उद्धव ठाकरे क्यों कर रहे थे, इसका जवाब उन्हें देना चाहिए।

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एक एपीआई से 6000 करोड़ वसूलना चाहते थे गृहमंत्री: पूनम महाजन
भाजपा सांसद पूनम महाजन ने कहा कि महाराष्ट्र में तीन पहिए की सरकार चल रही है,जिसका तालमेल नहीं बैठ पा रहा है। एक डीजी स्तर के आईपीएस अफसर सवाल उठा रहे हैं कि महाराष्ट्र में एक एपीआई लेवल के पुलिसकर्मी को 100 करोड़ रुपए महीने वसूली करने का टारगेट दिया जा रहा है। 100 करोड़ महीना मतलब 1200 करोड़ रुपए साल। मतलब एक एपीआई से पांच साल में 6000 करोड़ का टारगेट है। सोचिए, एनसीपी गृहमंत्री ऐसे कितने एपीआई से पैसे वसूलना चाहते होंगे।

भाजपा सांसद ने मांगा उद्धव ठाकरे का इस्तीफा
लोकसभा में मध्यप्रदेश के जबलपुर से सांसद राकेश सिंह ने कहा कि महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री को तुरंत अपने पद से इस्तीफा देना चाहिए और केंद्रीय एजेंसियों को इस मसले की जांच करनी चाहिए। ये पहली बार है, जब किसी एपीआई के समर्थन में मुख्यमंत्री ने प्रेस कॉन्फ्रेंस की। उसी एपीआई को 100 करोड़ रुपए वसूलने का टारगेट दिया गया था।

मंत्री नवाब मलिक ने परमबीर की चिट्ठी पर सवाल उठाए
महाराष्ट्र सरकार में मंत्री नवाब मलिक ने परमबीर सिंह की चिट्ठी पर सवाल उठाए हैं। मलिक ने कहा कि परमबीर ने चिट्ठी में लिखा है कि वे गृहमंत्री अनिल देशमुख से मिले थे, लेकिन देशमुख तो 1 से 5 फरवरी तक विदर्भ के दौरे पर थे। इसके बाद वो 15 फरवरी को कोरोना पॉजिटिव हो गए और 28 तक रहे। इन सभी बातों से परमबीर की चिट्ठी पर सवाल खड़े हो रहे हैं।

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