भोपाल। शक्ति की आराधना का पर्व शारदीय नवरात्रि की शुरुआत कल गुरुवार से होने जा रही है। मां दुर्गा इस बार डोली पर सवार होकर आएंगी। देवी भक्त अपने घरों और पंडालों में मां की घट स्थपना की तैयारियों में जोर-शोर से लगे हुए हैं। नौ दिन तक चलने वाले आस्था के इस पर्व में मां दुर्गा के नौ स्वरूपों की पूजा आराधना की जाएगी। बता दें कि शास्त्रों में मां दुर्गा को शक्ति की देवी कहा गया है।
ज्योतिषार्चों केअनुसार अश्वनी शुक्ल प्रतिपदा तिथि पर 3 अक्टूबर को प्रथम स्थापना होगी। जिसमें प्रात: 5.56 बजे से 7.20 बजे के मध्य कलश स्थापना का शुभ मुहूर्त है। जिसके बाद विधि विधान से पूजा होगी। महाष्टमी 11 अक्टूबर को तथा दुर्गा नवमीं 12 अक्टूबर को मनाई जाएगी। नौ दिन तक चलने वाले इस पर्व में देवी मां की आराधना होगी। नवरात्रि में नौ दिन तक कठोर तप, व्रत, उपवास किया जाता है। धार्मिक मत है कि मां दुर्गा की पूजा करने से साधक के जीवन में व्याप्त समस्त प्रकार के दुख एवं संकट दूर हो जाते हैं। साथ ही मनोवांछित फल की प्राप्ति होती है।
03 अक्टूबर 2024- मां शैलपुत्री की पूजा
04 अक्टूबर 2024- मां ब्रह्मचारिणी की पूजा
05 अक्टूबर 2024- मां चंद्रघंटा की पूजा
06 अक्टूबर 2024- मां कूष्मांडा की पूजा
07 अक्टूबर 2024- मां स्कंदमाता की पूजा
08 अक्टूबर 2024- मां कात्यायनी की पूजा
09 अक्टूबर 2024- मां कालरात्रि की पूजा
10 अक्टूबर 2024- मां सिद्धिदात्री की पूजा
11 अक्टूबर 2024- मां महागौरी की पूजा
12 अक्टूबर 2024- विजयदशमी (दशहरा)
सवारी का है महत्व
देवी भागवत पुराण में माता रानी की सवारी का विशेष महत्व बताया गया है। इस वर्ष गुरुवार को देवी मां डोली में आ रही है जो महामारी की आशंका को प्रदर्शित कर रही है।