बड़ा खुलासा: पेंटागन ने ब्रिटिश मूल के डॉक्टर को दिए थे तीन अरब, यह राशि पहुंचाई गई थी वुहान लैब

विदेश: वाशिंगटन। कोरोना (Corona) की उत्पत्ति कहां से और कैसे हुई इसको लेकर फिर दुनियाभर (Whole world) में चर्चा होने लगी है। कुछ देशों का मामना है कि कोरोना वायरस (corona virus) की जानवरों से निकला संक्रमण है तो कुछ देशों का कहना है कि इसकी उपत्ति वुहान लैब (wuhan lab) से हुई है। इसकी जांच के लिए विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) की टीम भी वुहान लैब का दौरा कर चुकी है, लेकिन अभी तक इस बारे में काई सही जानकारी हाथ नहीं लगी है। हाल ही में अमेरिका ने एक बार फिर जोर देते हुए कहा कि कोरोना की उत्पत्ति चीन के वुहान वायरोलॉजी लैब (wuhan virology lab) से ही हुई है।
इन सब बीच अमेरिका के फेडरल डाटा (federal data) से एक नया खुलासा हुआ है, मिली जानकारी के अनुसार बताया जा रहा है अमेरिकी रक्षा मंत्रालय (US Defense Department) , पेंटागन ने ब्रिटिश मूल (British origin) के डॉक्टर पीटर दासजक (Doctor Peter Daszak) की संस्था को चैरिटी के तौर पर तीन अरब रुपये दिए थे। डॉक्टर पीटर दासजक इकोहेल्थ एलायंस (ecohealth alliance) नाम से एक संस्था चलाते हैं और इसी संस्था ने चीन की वुहान लैब को वित्तीय सहायता पहुंचाई थी। इसी वुहान लैब पर कोरोना वायरस (corona virus) का स्रोत होने का आरोप लगाया गया है।
यह खबर ऐसे वक्त में सामने आई जब इकोहेल्थ एलायंस संस्था के प्रमुख, ब्रिटिश मूल के वैज्ञानिक डॉ. पीटर दासजक को हितों के टकराव का दोषी पाया गया था। साथ ही लैब से कोरोना वायरस के लीक होने पर उठ रहे सवालों के विपरीत चलाए जा रहे अभियान को लेकर भी उनका नाम सामने आया था। इस मामले के सामने आने के बाद इकोहेल्थ एलायंस संस्था गहन जांच के दायरे में आ गया है। जांच की जा रही है कि यह संस्था चीन में वुहान इंस्टीट्यूट आफ वायरोलॉजी (wuhan institute of virology) में कोरोना वायरस के अनुसंधान के लिए संघीय अनुदान (federal grant) का उपयोग कर रहा था।
नई बीमारियों पर शोध करने के लिए स्थापित अमेरिका की गैर-लाभकारी संस्था इकोहेल्थ एलायंस (ecohealth alliance) ने आंशिक रूप से गहन विवादास्पद ‘काम के लाभ’ के लिए किए जाने वाले प्रयोगों को भी वित्त पोषित किया है, जहां मानव कोशिकाओं पर उनके प्रभाव का अध्ययन करने के लिए खतरनाक वायरस (dangerous virus) को अधिक संक्रामक बना दिया जाता है। बता दें कि अमेरिका में उस वक्त एक राजनीतिक भूचाल आ गया था जब दावा किया गया था कि कोविड-19 (Covid-19) वायरस इकोहेल्थ एलायंस द्वारा वित्त पोषित वुहान लैब में बनाया गया था, या उससे लीक हुआ था। उस वक्त तत्कालीन राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने संस्था के लिए 27 करोड़ रुपये (3.7 मिलियन डॉलर) का अनुदान रद्द कर दिया था।