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नेपाल हादसा: क्रेश होते ही टुकड़ों में बदल गया था विमान, एक भी यात्री के बचने की उम्मीद नहीं

काठमांडू। नेपाली सेना (nepali army) ने देश के पर्वतीय मुस्तांग जिले में दुर्घटनाग्रस्त हुए तारा एयरलाइंस के विमान (Tara Airlines aircraft) का पता लगा लिया है। सेना के प्रवक्ता ब्रिगेडियर जनरल नारायण सिलवाल (Narayan Silwal) ने सोमवार को यह जानकारी दी। सेना के प्रवक्ता ब्रिगेडियर जनरल नारायण सिलवाल ने सोमवार को ट्वीट करके विमान के मलबे की एक तस्वीर शेयर की है। तस्वीर में साफ दिखाई दे रहा है कि यह विमान क्रैश होते ही कई टुकड़ों में विभाजित हो गया। जानकारी के अनुसार तारा एयर का विमान लैंडस्लाइडिंग के चलते लामचे नदी के मुहाने पर हादसे का शिकार हो गया। इस विमान में सवार यात्रियों के बचने की कोई संभावना दिखाई नहीं दे रही है।

बता दें कि तारा एअर के ट्विन ओट्टर 9एन-एईटी विमान (Twin Otter 9N-AET Aircraft) ने पोखरा से रविवार सुबह करीब 10 बजे उड़ान भरी थी, लेकिन 15 मिनट बाद ही उसका नियंत्रण टॉवर से संपर्क टूट गया। विमान में चार भारतीय, दो जर्मन और 13 नेपाली नागरिकों सहित कुल 22 लोग सवार थे। उनके बारे में अभी तक कोई जानकारी नहीं मिल पाई है। मुस्तांग जिले के डीएसपी राम कुमार दानी ने बताया था कि उन्हें स्थानीय लोगों से ऐसी सूचना मिली थी कि टिटी इलाके में धमाके की आवाज सुनी गई है। इस हादसे में किसी भी यात्री के बचने की संभावना नहीं है।

एयरलाइन ने यात्रियों की सूची जारी की है। इसमें चार भारतीयों की पहचान अशोक कुमार त्रिपाठी, उनकी पत्नी वैभवी बांदेकर (त्रिपाठी) और उनके बच्चों धनुष और रितिका के रूप में हुई। परिवार मुंबई के पास ठाणे शहर में रहता था। बता दें कि एवरेस्ट सहित दुनिया के 14 सबसे ऊंचे पहाड़ों में से 8 नेपाल में हैं, जहां हवाई दुर्घटनाओं का रिकॉर्ड है। बता दें कि तारा एयर नेपाली पहाड़ों में सबसे नई और सबसे बड़ी एयरलाइन सेवा देने वाली कंपनी मानी जाती है।

मस्टैंग के मुख्य जिला अधिकारी, नेत्र प्रसाद शर्मा ने  बताया कि हवाई और जमीन दोनों रास्ते से खोज और बचाव दल दुर्घटनास्थल की ओर जा रहे हैं। नेपाल पुलिस निरीक्षक राज कुमार तमांग के नेतृत्व में एक टीम हवाई मार्ग से दुर्घटनास्थल पर पहुंची है। अधिकारी ने कहा, यात्रियों के कुछ शव पहचान से परे हैं। पुलिस अवशेष इकट्ठा कर रही है।

अधिकारियों के मुताबिक, खराब मौसम और बादल छाए रहने के कारण दुर्घटनाग्रस्त विमान के मलबे तक पहुंचने में काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ा। कनाडा में निर्मित यह विमान पोखरा से मध्य नेपाल स्थित मशहूर पर्यटक शहर जोमसोम की ओर जा रहा था।

2016 में भी गई 23 लोगों की जान
ज्ञात हो कि इससे पहले 2016 में तारा एअर का एक अन्य विमान उड़ान भरने के बाद इसी मार्ग पर दुर्घटनाग्रस्त हो गया था। हादसे में विमान में सवार सभी 23 लोगों की मौत हो गई थी। वहीं, मार्च 2018 में यूएस-बांग्ला एअर का विमान त्रिभुवन अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डे पर दुर्घटनाग्रस्त हो गया था, जिससे उसमें सवार 51 लोगों की जान चली गई थी।

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