देशमुख का बचाव कर पवार ने केन्द्र पर ऐसे किया बड़ा वार, पढ़ें क्या है मामला
नागपुर। 100 करोड़ की अवैध वसूली (Illegal recovery of 100 crores) के मामले में गिरफ्तार किए गए महाराष्ट्र के पूर्व गृह मंत्री अनिल देशमुख (Former Maharashtra Home Minister Anil Deshmukh went) को लेकर राष्ट्रवादी कांग्रेस के पार्टी (NCP) के प्रमुख शरद पवार (Sharad Pawar) ने केन्द्र सरकार (central government) पर जमकर हमला बोला। उन्होंने कहा कि देशमुख पर आरोप लगाने वाले मुंबई का पूर्व पुलिस कमिश्नर परमबीर सिंह भगोड़ा घोषित (Former Mumbai Police Commissioner Parambir Singh declared a fugitive) हो गया है और अनिल देशमुख को जेल (jail) में डाल दिया गया है। पवार ने केन्द्र पर आगे तंज कसते हुए कहा कि आपने जो भी किया है, उसकी कीमत आपको चुकानी पड़ेगी।
बता दें कि यह पहला मौका था, जब शरद पवार ने खुलकर अनिल देशमुख का बचाव किया है। शरद पवार ने कहा कि अनिल देशमुख के साथ जो हुआ है, वह अन्याय है। वह यहीं नहीं रुके। उन्होंने कहा कि NCP हो, Congress हो या शिवसेना (Shivsena), हमारे सहयोगियों को विभिन्न सरकारी एजेंसियों का गलत इस्तेमाल कर परेशान किया जा रहा है। पवार ने कहा, बदले कि राजनीति की जा रही है, सत्ता का इस्तेमाल सम्मान के साथ करना पड़ता है, लेकिन इन लोगो के पैर जमीन पर नहीं हैं और सत्ता सिर चढ़ कर बोल रही है। ये जो कुछ हो रहा है ये उसी का नतीजा है।
केन्द्र की सत्ता का हो रहा दुरुपयोग
पवार ने आगे कहा, अनिल देशमुख का ही मामला देख लीजिए। जिस अधिकारी ने आरोप लगाए थे, वह भगोड़ा घोषित कर दिया गया। कहां गायब है पता नहीं कौन से देश में है मालूम नहीं। समन है पर हाजिर नहीं हो रहा. अनिल देशमुख आज जेल के अंदर हैं। इस का मुख्य कारण है केंद्र कि सत्ता का दुरुपयोग, कुछ लोगों ने धंधा बना लिया है। दरअसल महाराष्ट्र के पूर्व गृह मंत्री अनिल देशमुख को अवैध वसूली के आरोप में प्रवर्तन निदेशालय ने कुछ दिनों पहले गिरफ्तार किया था और वह फिलहाल न्यायिक हिरासत में हैं।
इस बीच शरद पवार ने राष्ट्रीय राजनीति में भाजपा के विकल्प को लेकर भी बात की। उन्होंने कहा कि यह बड़ा सवाल नहीं है कि अगले आम चुनावों में भाजपा विरोधी मोर्चे की लीडरशिप कौन करेगा। इसकी बजाय चिंता इस बात की होनी चाहिए कि भाजपा से मुकाबले के लिए लोगों की उम्मीदों के मुताबिक लीडरशिप दी जाए। अमरावती में पिछले दिनों हुई हिंसा को दुर्भाग्यपूर्ण करार देते हुए पवार ने कहा कि सरकार को एक ऐसी पॉलिसी बनानी चाहिए, जिससे इस तरह की घटनाओं में नुकसान उठाने वाले कारोबारियों और दुकानदारों की भरपाई की जा सके।
पवार ने कहा, हमारे सहयोगियों को परेशान किया जा रहा
शरद पवार ने कहा, एकनाथ खड़से भाजपा में थे. वे एनसीपी में शामिल हुए, उनकी पत्नी को ईडी ने बुला लिया। फिर मामले दर्ज किए गए. ये लोग शिवसेना के संजय राउत के खिलाफ कुछ नहीं कर पाए, तो उनकी पत्नी को बुलाया, बयान लिया और परेशान किया। अजीत पवार के खिलाफ कुछ नहीं कर पाए, राज्य सरकार को अस्थिर करने के प्रयास किए गए। महाराष्ट्र के अल्पसंख्यक समाज के मंत्री हसन मुश्रिफ के यहां भी छापे मारे लेकिन कुछ नही मिला। ऐसे कितने उदाहरण मैं आप को बताऊं, महाराष्ट्र सरकार अपने हाथो से निकल गई यह उन्हे (भाजपा) बरदाश्त नहीं हो रहा है।