वेदांता-फॉक्सकॉन का गुजरात जाना आपकी सुस्ती रही जिम्मेदार: फडणवीस का करारा पलटवार
मुंबई। वेदांता और फॉक्सकॉन का सेमीकंडक्टर प्लांट महाराष्ट्र से गुजरात शिफ्ट होने पर राज्य का सियासी पारा हाई है। विपक्ष लगातार इस मुद्दे को उठाते हुए सरकार पर हमलावर है। विपक्ष को हमलावर देख अब राज्य के उपमुख्यमंत्री देवेन्द्र फडणवीस ने करारा पलटवार किया है। फडणवीस ने कहा कि गुजरात कोई पाकिस्तान का हिस्सा नहीं है। वहीं उन्होंने यह भी कहा कि इस परियोजना के गुजरात जाने के पीछे आपकी सुस्ती जिम्मेदार है।
फडणवीस ने पूर्ववर्ती एमवीए सरकार को जिम्मेदार ठहराते हुए कहा कि जब हम सरकार में आए तो गुजरात में परियोजना स्थापित करने का निर्णय लगभग अंतिम चरण में था। मतलब कि यह डील गुजरात के साथ पक्की हो चुकी थी। फडणवीस ने कहा कि जून के अंत में उपमुख्यमंत्री बनते ही उन्होंने व्यक्तिगत तौर पर वेदांता के अध्यक्ष अनिल अग्रवाल से मुलाकात की थी। साथ ही महाराष्ट्र ने कंपनी के सामने गुजरात के बराबर ही प्रस्ताव रखा था, लेकिन उन्हें बताया गया कि गुजरात में सेमीकंडक्टर यूनिट लगाने का निर्णय अंतिम चरण में पहुंच चुका था।
एमवीए सरकार में देना पड़ता था 10% कमीशन
उन्होंने आरोप लगाया कि महाराष्ट्र की पूर्ववर्ती महा विकास आघाडी सरकार के कार्यकाल के दौरान कोई भी सब्सिडी लेने के लिए 10 प्रतिशत कमीशन देना पड़ता था। उद्धव ठाकरे नीत शिवसेना का नाम लिए बिना फडणवीस ने पार्टी पर निशाना साधा और कहा कि ठाकरे सरकार ने राज्य में रिफाइनरी जैसी बड़ी परियोजनाओं का विरोध किया। उन्होंने कहा कि इस परियोजना से महाराष्ट्र अन्य राज्यों के मुकाबले 10 साल आगे जा सकता था। फडणवीस ने ठाकरे पर मुंबई-अहमदाबाद बुलेट ट्रेन और मुंबई मेट्रो-तीन परियोजना को रोकने का आरोप लगाया।
दोनों राज्य भाई-भाई
फडणवीस ने कहा कि गुजरात पाकिस्तान नहीं है। हम दोनों राज्य भाई-भाई हैं। सभी राज्यों के बीच एक स्वस्थ प्रतियोगिता है। हम जल्द ही गुजरात, कर्नाटक, सभी से आगे निकलेंगे। उन्होंने एमवीए सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि आपके शासन के दौरान हम अपने पड़ोसी राज्य से पिछड़ गए।
क्या है विवाद?
वेदांता -फॉक्सकॉन डील के गुजरात में स्थापित होने की घोषणा के बाद से शिवसेना, कांग्रेस और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी ने एकनाथ शिंदे-फडणवीस सरकार पर लगातार हमला बोल रहे हैं। यूनिट को पुणे के पास स्थापित होना था लेकिन वेदांता-फॉक्सकॉन ने 13 सितंबर को गुजरात सरकार के साथ एक आश्चर्यजनक कदम में समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए – जिससे एक बड़ा राजनीतिक विवाद शुरू हो गया।
‘2 साल में महाराष्ट्र को गुजरात से आगे ले जाएंगे’
उपमुख्यमंत्री ने कहा, ‘जब आप (महा विकास आघाडी) सत्ता में थे (नवंबर 2019 से जून 2022 तक) तब विदेशी प्रत्यक्ष निवेश लाने के मामले में महाराष्ट्र गुजरात से पीछे था। अगले 2 वर्ष में हम महाराष्ट्र को गुजरात से आगे ले जाएंगे।’ कार्यक्रम में शामिल होने के दौरान फडणवीस ने कहा कि गुजरात पाकिस्तान नहीं है। वह हमारा भाई है। यह एक स्वस्थ प्रतिस्पर्धा है। हम कर्नाटक से भी आगे जाना चाहते हैं।