भोपाल। उद्धव गुट के शिवसेना नेता और राज्यसभा सांसद संजय राउत ने कहा है कि मप्र में लाड़ली बहना योजना बंद हो गई है। उन्होंने यह बयान सोमवार को मुंबई में दिया था। राउत के इस बयान पर मुख्यमंत्री मोहन यादव ने पलटवार किया है। उन्होंने भोपाल में बुधवार को मीडिया से चर्चा करते हुए कहा है कि राउत महाराष्ट्र के वोटर्स को बरगलाने के लिए ऐसा बयान दे रहे हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि जब से हमने लाडली बहना योजना शुरू की है लगातार हर महीने, निश्चित समय पर बहनों को पैसे देने का काम किया है। हमने हमारी 500 साल पूर्व की सम्राज्ञी वीरांगना रानी दुर्गावती की जयंती के अवसर पर एक साथ पूरे प्रदेश की बहनों के खातों में राशि डाली है। कोई ऐसा महीना नहीं जा रहा है जिसमें यह राशि नहीं डाली गई है।
झूठे षड्यंत्रों पर न करें विश्वास : मोहन
सीएम डॉ यादव ने आगे कहा कि हार के डर से शिवसेना के लोग महाराष्ट्र के चुनाव में मतदाताओं को बरगलाने का प्रयास कर रहे हैं। मैं एक बार फिर अपने सारे मतदाताओं से कहना चाहूंगा कि ऐसे झूठे षड्यंत्रों पर विश्वास न करें। यह नारी सशक्तिकरण की राशि है जिसे हम बंद करने के बारे में सोच भी नहीं सकते हैं। हम उम्मीद करते हैं कि हमारी योजना के तहत बहनों के जीवन में बेहतरी हो।
राउत ने मप्र के वित्त सचिव के पत्र का भी किया था जिक्र
महाराष्ट्र में शिवसेना नेता संजय राउत ने पिछले दिनों मुंबई में मीडिया से चर्चा में कहा कि, मप्र में लाड़ली बहना योजना बंद हो गई है। अपने बयान के समर्थन में राउत ने मप्र के वित्त सचिव के पत्र का जिक्र भी किया। उन्होंने यह भी कहा था कि ये योजना पूरे देश में कहीं भी सफल नहीं हैं। ये पूरा राजनैतिक खेल है। आप मप्र जाकर देखिए योजना शुरू है या नहीं। वहां के वित्त सचिव का आदेश क्या है। ये बहुत ही इनवैलिड योजना है, जो फलदायी नहीं होगी। पूरी अर्थव्यवस्था चरमरा जाएगी।
बता दें कि महाराष्ट्र में इस साल के अंत में विधानसभा चुनाव होना है। इससे शिंदे सरकार लाड़नी बहना योजना की तर्ज लाड़ली बहन योजना लेकर आई है। इस योजना के तहत बहनों को हर महीने 1500 रुपए दिए जा रहे हैं। राउत ने महाराष्ट्र सरकार को घेरते हुए कहा- आज ठेकेदारों का आंदोलन चल रहा है। काम करवा लिया कमीशन 40%, 20% लिया। उनका भुगतान नहीं हो रहा है। वो सभी ठेकेदार मंत्रालय में आंदोलन करने वाले हैं। ये लाड़ली बहन योजना और एक महीना चलाएंगे, बाद में बंद कर देंगे। दीवाली के समय हमारे सरकारी कर्मचारी, पुलिस, टीचर्स का वेतन नहीं होगा। ये सब लाड़ली बहन योजना के चक्कर में हो रहा है।