योगी की पुन: ताजपोशी पर आज विधायक लगाएंगे अंतिम मुहर, डिप्टी सीएम को लेकर भी संस्पेश होगा खत्म
लखनऊ। यूपी में योगी आदित्यनाथ की मुख्यमंत्री पद पर पुन: ताजपोशी पर गुरुवार को औपचारिक रूप से मुहर लग जाएगी। भाजपा विधायक दल की बैठक में योगी को विधिवत नेता चुना जाएगा। इसके साथ ही डिप्टी सीएम को लेकर भी सस्पेंस खत्म हो जाएगा। नेता चुने जाने के बाद योगी आदित्यनाथ आज ही राज्यपाल आनंदीबेन पटेल के मिलकर 273 विधायकों के समर्थन से सरकार बनाने का दावा पेश करेंगे। यह सारी प्रक्रिया केंद्रीय पर्यवेक्षक अमित शाह और सह पर्यवेक्षक रघुवर दास की मौजूदगी में होगी।
भाजपा विधायक दल की बैठक गुरुवार की शाम 04 बजे से लोक भवन में आयोजित होगी। हालांकि विधायकों के लखनऊ पहुंचने का सिलसिला बुधवार से ही शुरू हो गया था। तमाम विधायकों ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्रदेव सिंह और प्रदेश महामंत्री संगठन सुनील बंसल से मुलाकात भी की। कइयों ने खुद को मंत्रिमंडल में शामिल किए जाने को लेकर दावेदारी भी पेश की।
उधर, 18वीं विधानसभा के अध्यक्ष पद के लिए भाजपा के कद्दावर नेता सूर्य प्रताप शाही, पूर्व संसदीय कार्य मंत्री सुरेश खन्ना और उत्तराखंड की पूर्व राज्यपाल बेबीरानी मौर्य का नाम चर्चा में है। सूत्रों के मुताबिक भाजपा के वरिष्ठ नेताओं का मानना है कि बेबीरानी राज्यपाल रह चुकी हैं, ऐसे में उन्हें मंत्री बनाने की जगह विधानसभा अध्यक्ष का संवैधानिक पद ही देना उचित होगा।
शाह ने ही घोषित किया था योगी का नेतृत्व
भाजपा यूपी में विधानसभा चुनाव सीएम योगी के नेतृत्व में लड़ेगी इसकी घोषणा सबसे पहले गृहमंत्री अमित शाह ने ही की थी। राजधानी के डिफेंस एक्सपो मैदान में 29 अक्टूबर, 2021 को आयोजित पार्टी के कार्यकर्ता सम्मेलन में शाह ने कहा था कि 2024 में नरेंद्र मोदी को प्रधानमंत्री बनाने के लिए 2022 में योगी को फिर से प्रदेश का मुख्यमंत्री बनाना जरूरी है।
आज दोपहर को आएंगे शाह, नामों पर लगेगी अंतिम मुहर
इधर, केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह गुरुवार को ही दोपहर को लखनऊ आकर पहले विधायक दल की बैठक में जाएंगे। वे उसके बाद भाजपा के राज्य मुख्यालय आएंगे। पार्टी सूत्रों की मानें तो शाह योगी मंत्रिमंडल में शामिल होने वाले चेहरों की सूची भी साथ लाएंगे। खबर है कि इस सूची पर दिल्ली में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ भी मंथन हो चुका है। यहां मुख्यमंत्री योगी और अन्य वरिष्ठ नेताओं संग बातचीत के बाद पीएम मोदी की सहमति से इस पर अंतिम मुहर लगेगी।