मोहन कैबिनेट विस्तार सुगबुगाहट तेज: कल 15 से 18 ले सकते हैं मंत्री पद की शपथ, यह नाम चर्चा में
भोपाल। मध्यप्रदेश में नए कैबिनेट विस्तार की कवायद तेज हो गई है। सूत्रों की मानें तो दिल्ली आलाकमान ने मंत्रियों के नामों पर मुहर लगा दी है। यहीं नहीं कल मंगलवार को मंत्री मंडल का गठन भी हो सकता है। बता दें कि रविवार को भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा और केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह से मिलकर मुख्यमंत्री मोहन यादव ने मंत्रिमंडल विस्तार को लेकर चर्चा की थी। नड्डा के घर हुई बैठक में मप्र के प्रदेश भाजपा अध्यक्ष वीडी शर्मा, नरेन्द्र सिंह तोमर, प्रहलाद पटेल और कैलाश विजयवर्गीय भी मौजूद थे। इस दौरान बैठक में प्रदेश से गए नामों पर विचार मंथन किया गया।
बताया जा रहा है कि कैबिनेट विस्तार की सूची लगभग तैयार कर ली गई है। 15 से 18 मंत्री बनाए जा सकते है। हालांकि इस बार सिंधिया समर्थक विधायकों में से भी मोहन कैबिनेट में कम चेहरे दिखाई दे सकते हैं। मंत्रि बनने की लिस्ट में प्रहलाद पटेल, कैलाश विजयवर्गीय, राकेश सिंह, रीति पाठक राव उदय प्रताप सिंह जैसे बड़े नाम लिस्ट में शामिल है। इनके अलावा सिंधिया गुट से गोविंद राजपूत, तुलसी सिलावट, प्रदुम सिंह तोमर, मालवा निमाड़ से कैलाश गुट के रमेश मेंदोला, इंदर परमार, निर्मला भूरिया, मंजू दादू, ग्वालियर चंबल से एंदल कसाना, अमरीश शर्मा, बृजेंद्र यादव के नाम शामिल हैं।
विंध्य से इन्हें मिल सकता है मौका
जबकि विंध्य इलाके से दिव्यराज सिंह, कुंवर टेकाम, महाकौशल से संपतिया उइके, ओम प्रकाश धुर्वे और भोपाल-नर्मदापुरम संभाग से रामेश्वर शर्मा, विष्णु खत्री, कृष्णा गौर, विश्वास सारंग और विजय शाह को मोहन मंत्रिमंडल में जगह मिलने की संभावना है। बुंदेलखंड से ललिता यादव, प्रदीप लारिया, बृजेंद्र प्रताप सिंह, हरिशंकर खटीक और गोपाल भार्गव को मंत्री बनाया जा सकता है। शपथ ग्रहण समारोह मंगलवार को हो सकता है। क्योंकि राज्यपाल मंगू भाई पटेल ने भी अपने कार्यक्रमों में बदलाव किया है। वे पहले मंगलवार सुबह 11 बजे राजधानी आने वाले थे, लेकिन अब वे सोमवार की शाम 4 बजे ही भोपाल आ जाएंगे।
दिग्गज नेताओं ने मंत्रिमंडल में रहने के लिए दी सहमति
बता दें कि रविवार रात को पार्टी अध्यक्ष जेपी नड्डा के घर देर रात तक बैठक चली। इसमे मुख्यमंत्री डॉ. यादव के अलावा प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा, राष्ट्रीय सह संगठन महामंत्री शिवप्रकाश, संगठन महामंत्री हितानंद शर्मा, दोनों उपमुख्यमंत्री जगदीश देवड़ा और राजेंद्र शुक्ला, स्पीकर नरेंद्र सिंह तोमर, केंद्रीय मंत्री सिंधिया, फग्गन सिंह कुलस्ते, विधायक प्रहलाद पटेल और पार्टी महासचिव कैलाश विजयवर्गीय शामिल थे। रविवार रात की बैठक में पूर्व सीएम चौहान को नहीं बुलाया गया था।
प्रदेश में अधिकतम 32 विधायक बन सकते हैं मंत्री
मध्यप्रदेश में मुख्यमंत्री समेत 34 मंत्रियों से ज्यादा बड़ा मंत्रिमंडल नहीं हो सकता। मुख्यमंत्री और दो डिप्टी सीएम पहले ही शपथ ले चुके हैं। इसलिए मोहन की कैबिनेट में अधिकतम 32 विधायकों को ही मंत्री बनाया जा सकता है। मुख्यमंत्री मोहन यादव ओबीसी, तो दोनों डिप्टी सीएम सवर्ण और एससी कोटे से आते हैं। इसलिए अन्य जातियों के विधायकों को मंत्रिमंडल में ज्यादा जगह मिलने की उम्मीद है। लोकसभा चुनाव देखते हुए भाजपा अन्य जातियों को लुभाने की कोशिश कर सकती है।