देश के लिए यह गौरव की बात है कि आजादी का अमृत महोत्सव एक जन-आंदोलन का रूप ले रहा है। प्रधानमंत्री ने कहा, इतिहास को लेकर लोगों की दिलचस्पी काफी बढ़ रही है और ऐसे में पी.एम. म्यूजियम युवाओं के लिए भी आकर्षण का केंद्र बन रहा है जो देश की अनमोल विरासत से उन्हें जोड़ रहा है।
नई दिल्ली प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को अपने रेडियो कार्यक्रम ‘मन की बात’ के 88वें एपिसोड को संबोधित किया। पीएम मोदी ने कहा कि देश को एक ‘प्रधानमंत्री संग्रहालय’ मिला है। इसे देश के लोगों के लिए खोल दिया गया है। यह गर्व की बात है कि हम पीएम के योगदान को याद कर रहे हैं, देश के युवाओं को उनसे जोड़ रहे हैं। उन्होंने कहा कि देश के प्रधानमंत्रियों के योगदान को याद करने के लिए आजादी के अमृत महोत्सव से अच्छा समय और क्या हो सकता है।
देश के लिए यह गौरव की बात है कि आजादी का अमृत महोत्सव एक जन-आंदोलन का रूप ले रहा है। प्रधानमंत्री ने कहा, इतिहास को लेकर लोगों की दिलचस्पी काफी बढ़ रही है और ऐसे में पी.एम. म्यूजियम युवाओं के लिए भी आकर्षण का केंद्र बन रहा है जो देश की अनमोल विरासत से उन्हें जोड़ रहा है। उन्होंने प्रधानमंत्री संग्रहालय का जिक्र करते हुए गुरुग्राम में रहने वाले सार्थक का का नाम लिया. पीएम मोदी ने बताया कि सार्थक प्रधानमंत्री संग्रहालय देखकर आए हैं।
उन्होंने नमो ऐप पर लिखा है कि वे बरसों से न्यूज चैनल देखते हैं, सोशल मीडिया से भी कनेक्टेड हैं। उन्हें लगता था कि उनकए जनरल नॉलेज काफी अच्छा है। लेकिन जब वे पीएम संग्रहालय गए तो उन्हें पता चला कि वे कई चीजों के बारे में कुछ नहीं जानते हैं। पीएम मोदी ने कहा, आप सब जानते हैं कि 18 मई को पूरी दुनिया में इंटरनेशन म्यूजियम डे मनाया जाएगा। इसे देखते हुए अपने युवा साथियों के लिए मेरे पास एक आइडिया है। क्यों न आने वाली छुट्टियों में आप अपने दोस्तों की मंडली के साथ स्थानीय म्यूजियम देखने जाएं।
देश में बढ़ रहीं कैशलेश गतिविधियां
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, देश में कैशलेश गतिविधयां बढ़ रही हैं। हर दिन देश में 20 हजार करोड़ रुपये का कैशलेश ट्रांसजेक्शन हो रहा है। आप जो गली के नुक्कड़ की दुकानों पर यूपीआई पेमेंट करते हैं, इसका देश की तरक्की में बड़ा योगदान है। प्रधानमंत्री ने कहा, मार्च के महीने में यूपीआई ट्रांजेक्शन 10 लाख करोड़ रुपये तक पहुंच गया।
हर जिले में बनेंगे 75 अमृत सरोवर
प्रधानमंत्री ने कहा, इस समय आजादी के 75वें साल में आजादी के अमृत महोत्सव में देश जिन संकल्पों को लेकर आगे बढ़ रहा है, उसमें जल संरक्षण भी एक है। अमृत महोत्सव के दौरान देश के हर जिले में 75 अमृत सरोवर बनाए जाएंगे। आप कल्पना कर सकते हैं कि यह कितना बड़ा अभियान है। प्रधानमंत्री ने कहा, वो दिन दूर नहीं जब आपके अपने शहर में 75 अमृत सरोवर होंगे। मैं आप सभी से और खासकर युवाओं से चाहूंगा कि वो इस अभियान के बारे में जानें और इसकी जिम्मेदारी भी उठाएं। अगर आपके क्षेत्र में स्वतंत्रता संग्राम से जुड़ा कोई इतिहास है, किसी सेनानी की स्मृति है तो उसे भी अमृत सरोवर से जोड़ सकते हैं।
पीएम मोदी ने पूछे ये 7 सवाल
- 1. किस शहर में एक रेल म्यूजियम है। जहां 45 साल से लोग भारतीय रेल की विरासत देख रहे हैं।
- 2. मुंबई में कौन सा म्यूजिमय हैं, जहां करंसी का इवोल्यूशन देखने को मिलता है। यहां 6वीं शताब्दी के सिक्कों के साथ ई मनी भी मौजूद है।
- 3. विरासत-ए-खालसा किस म्यूजियम से जुड़ा है। यह म्यूजियम पंजाब के किस शहर में मौजूद है।
- 4. देश का एक मात्र काइट म्यूजिमय कहां है। यहां रखी सबसे बड़ी पतंग का आकार 22 गुणा 16 फीट है।
- 5. भारत में डाक टिकट से जुड़ा नेशनल म्यूजियम कहां है।
- 6. गुलशन महल नाम की इमारत में कौन सा म्यूजियम है।
- 7. भारत के टेक्सटाइल से जुड़ी विरासत को सेलिब्रेट करता है।
गणित में भारतीयों को सबसे ज्यादा सहज होना चाहिए
पीएम मोदी ने कहा कि परीक्षा पर चर्चा के दौरान कुछ विद्यार्थियों ने कहा था कि उन्हें गणित से बहुत डर लगता है। साथियों गणित तो ऐसा विषय है, जिसे लेकर हम भारतीयों को सबसे ज्यादा सहज होना चाहिए। आखिर, गणित को लेकर पूरी दुनिया के लिए सबसे ज्यादा शोध और योगदान भारत के लोगों ने ही तो दिया है। पीएम ने कहा कैलकुलस और कम्प्यूटर्स तक ये सारे वैज्ञानिक आविष्कार जीरो पर ही तो आधारित हैं। शून्य यानी जीरो की खोज और उसके महत्व के बारे में आपने खूब सुना होगा। अगर जीरो की खोज न होती तो दुनिया की इतनी वैज्ञानिक प्रगति भी न देख पाती। पीएम ने कहा कि हम भारतीयों के लिए गणित कभी मुश्किल विषय नहीं रहा, इसका सबसे बड़ा कारण हामारी वैदिक गणित भी है। इसकी सबसे खास बात यह है कि इसके जरिए आप कठिन से कठिन गणनाएं पलक झपकते कर सकते हैं।
वैदिक गणित की चर्चा
प्रधानमंत्री मोदी ने एक श्लोक का जिक्र करते हुए गणित विषय की चर्चा की। उन्होंने कहा,’यत किंचित वस्तु तत सर्वं, गणितेन बिना नहि! अर्था इस संसार में जो कुछ भी है, सब गणित पर आधारित है। कोलकाता के गौरव टेकरीवाल से बात करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि गौरव पिछले 2 ढाई दशक से वैदिक गणित के मूवमेंट को समर्पण के साथ आगे बढ़ा रहे हैं। उन्होंने बताया कि हमने इससे योग को जोड़ा है, जिससे बच्चे आंख बंद कर भी केलकुलेशन कर सकते हैं। पीएम मोदी ने आगे कहा कि सभी माता-पिता को अपने बच्चों को वैदिक गणित जरूर सिखाना चाहिए. इससे उनके मन में गणित के प्रति बना डर निकलेगा।