कि नाटो को या तो अब कहना चाहिए कि वे यूक्रेन को स्वीकार कर रहे हैं, या खुले तौर पर कहें कि वे हमें स्वीकार नहीं कर रहे हैं क्योंकि वे रूस से डरते हैं। यूक्रेन के राष्ट्रपति ने कहा है कि इस युद्ध को समाप्त करने के लिए किसी भी शर्त पर और किसी भी हाल में रूस के राष्ट्रपति पुतिन के साथ बतचीत जरूरी है।
कीव। रूस और यूक्रेन के बीच लगातार 27वें दिन भी जंग जारी है। लेकिन यह युद्ध अब तक किसी भी नतीजे पर नहीं पहुंचा है। जहां एक ओर रूसी सेना यूक्रेन के कई शहरों में बमबारी कर भारी तबाही मचा रही है। तो वहीं भारी नुकसान होने के बावजूद यूक्रेनी राष्ट्रपति जेलेंस्की आत्मसमर्पण करने के लिए तैयार नहीं हैं और वह नाटो के रवैये से भी नाराज हो गए हैं। जेलेंस्की ने नाटो से भी सवाल किया है कि उसे साफ करना चाहिए कि वे यूक्रेन को अपने अलायंस में जगह दे पाएंगे या नहीं।
जेलेंस्की यही नहीं रुके। उन्होंने सख्त लहजे में कहा कि नाटो को या तो अब कहना चाहिए कि वे यूक्रेन को स्वीकार कर रहे हैं, या खुले तौर पर कहें कि वे हमें स्वीकार नहीं कर रहे हैं क्योंकि वे रूस से डरते हैं। यूक्रेन के राष्ट्रपति ने कहा है कि इस युद्ध को समाप्त करने के लिए किसी भी शर्त पर और किसी भी हाल में रूस के राष्ट्रपति पुतिन के साथ बतचीत जरूरी है। जेलेंस्की ने कहा, ‘मुझे लगता है कि बिना बैठक के पूरी तरह से यह समझ पाना नामुमकिन है कि वे युद्ध रोकने के लिए क्या चाहते हैं।’
यूक्रेन बोला, रूस ने रासायनिक संयंत्र पर गिराए बम
यूक्रेन का कहना है कि रूस ने सूमी शहर के बाहरी इलाके में रासायनकि संयंत्र पर बम गिराए। दावा किया गया है कि सोमवार रात रूसी बमबारी की वजह से संयंत्र में अमोनिया गैस का रिसाव होने लगा। इसपर काबू पाने में कई घंटे लग गए। वहीं रूस का कहना है कि यूक्रेन झूठे आरोप लगा रहा है। रूस ने कहा कि यूक्रेन के रिवने में एक सैन्य प्रशिक्षण केंद्र पर हमला किया गया था। इसमें 80 से ज्यादा सैनिक मारे गए।
बुधवार से फिर शुरू होगा संयुक्त राष्ट्र का आपातकालीन विशेष सत्र
यूक्रेन संकट को लेकर संयुक्त राष्ट्र महासभा का आपातकालीन विशेष सत्र बुधवार को फिर से शुरू होगा। इस सत्र में फ्रांस, ब्रिटेन और अमेरिका सहित 22 सदस्य देशों ने बैठक बुलाने के लिए संयुक्त राष्ट्र के 193 सदस्यीय निकाय के अध्यक्ष अब्दुल्ला शाहिद को पत्र लिखा था।
क्रीमिया, डोनबास मुद्दे को केवल राष्ट्रपति द्वारा हल नहीं किया जा सकता: जेलेंस्की
यूक्रेनी राष्ट्रपति जेलेंस्की ने कहा कि क्रीमिया, डोनबास मुद्दे को केवल राष्ट्रपति द्वारा हल नहीं किया जा सकता है। यह एक लंबी प्रक्रिया है, इसे राडा और यूक्रेन के लोगों दोनों द्वारा हल किया जाना चाहिए।